भीमपुरा। थाना क्षेत्र के अब्दुलपुर मदारी में बेटी पैदा होने के पांच दिन बाद गुरुवार को विवाहिता की हालत बिगड़ी और उसकी सांसें थम गई। मायके वालों ने पुलिस को बुलाकर विवाहिता की हत्या का आरोप लगाते हुए शव को जलाने (अंतिम संस्कार) से रोका और पोस्टमार्टम कराने की मांग की। जिस पर पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर मामले की छानबीन में जुट गई है। सूचना पाकर सीओ रसड़ा भी मौके पर पहुँचे और पीड़ितों से पूछताछ की।
क्षेत्र के अब्दुलपुर मदारी गांव के गुलाब राम के बेटे कन्हैया की शादी नगरा थाना क्षेत्र के चांदपुर गांव में रंभा से पांच वर्ष पहले हुई थी। उसने बीते 24 जुलाई को अस्पताल में पुत्री को जन्म दिया। परिवार के लोग दो दिन पहले हॉस्पिटल से डिस्चार्ज कराकर घर ले आए। कन्हैया के परिजनों की माने तो बच्ची पैदा होने के बाद उसके शरीर में ब्लड की कमी हो गयी थी। जिसकी दवा चल रही थी। गुरुवार को अचानक उसकी तबियत खराब हो गई। उसके इलाज के लिए गाड़ी की व्यवस्था कर अस्पताल ले जाने की तैयारी कर रहे थे। इसी बीच उसकी मृत्यु हो गई। पत्नी की मौत की सूचना उसके मायके वालों को देने के बाद शव के दाह संस्कार की तैयारी करने लगे। उसी दौरान विवाहिता के मायके वाले वहां पहुँच गए और शव को जलाने से रोक दिया। मायके वालों ने ससुराल वालों पर विवाहिता की हत्या का आरोप लगाया है। उन लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी पुलिस तत्काल मौके पर पहुँच गई और शव को अपने कब्जे में लिया। एसएचओ योगेश यादव ने बताया कि विवाहिता को 24 जुलाई को बच्ची पैदा हुई थी। गुरुवार को विवाहिता की मौत हो गई है। जिसके बाद उसके मायके वाले ससुराल वालों पर जानबूझ कर उसे मारने का आरोप लगा रहे हैं। इसके बाद पुलिस शव को कब्जे में लेकर मामले की छानबीन कर रही है।