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एडीएम व एसडीएम ने पहुंचकर मामले को कराया शांत
जौनपुर (करंजाकला)। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के छात्र छात्राओं ने शुक्रवार को दोपहर से लेकर देर शाम तक प्रशासनिक भवन में ताला जड़ जमकर हंगामा वह प्रदर्शन किया। छात्रों का आरोप है कि परीक्षा परिणाम में घोर अनियमितता है। छात्रों के हंगामे एवं उग्र प्रदर्शन के बीच मौके पर अपर जिलाधिकारी एवं उपजिलाधिकारी पहुंचे और उन्हें समझा-बुझाकर किसी तरह शांत किया।
शुक्रवार को भी वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के सैकड़ों छात्रों ने स्नातक पाठ्यक्रम के परीक्षा परिणाम में गड़बड़ी को लेकर यूनिवर्सिटी परिसर में इकट्ठा हुए। इसके बाद अपनी समस्याओं से कुलपति प्रोफेसर निर्मला एस मौर्य को अवगत करना चाहते थे। लेकिन छात्रों की मुलाकात कुलपति से नहीं हुई।
जिससे नाराज छात्र- छात्राओं ने विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन में चारों तरफ से गेट बंद कर नारेबाजी धरना -प्रदर्शन शुरू कर दिया। छात्र लगातार अपनी मांग को लेकर नारेबाजी हंगामा प्रदर्शन कर रहे थे। इस दौरान कई बार कर्मचारियों से छात्र-छात्राओं की नोकझोंक भी हुई। लेकिन छात्र अपनी मांग पर अड़े रहे और लगातार नारेबाजी करते रहे। छात्रों का कहना था कि वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के दौरान स्कूल व कॉलेज पूरी तरह से बंद चल रहे थे। स्नातक-स्नातकोत्तर प्रथम वर्ष के छात्र छात्राओं को प्रमोट करने की बात कही गई थी। इसके बावजूद प्रथम व द्वितीय वर्ष की परीक्षा में छात्रों को फेल कर दिया गया है। नाराज छात्र अपनी मांग को लेकर अड़े हुए थे। छात्रों के हंगामा के चलते विश्वविद्यालय के किसी भी शिक्षक व प्रॉक्टोरियल बोर्ड की छात्रों को समझाने की हिम्मत नहीं पड़ रही थी। प्रशासनिक भवन में फंसे काफी कर्मचारियों ने जिला प्रशासन को अपने अपने नंबरों से फोन किया मौके पर पहुंचे एडीएम व एसडीएम ज्वाइंट मजिस्ट्रेट हिमांशु नागपाल ने विश्वविद्यालय के कुलसचिव समेत कई अधिकारियों से बातचीत करने के बाद छात्रों से दो दिन का समय मांगा, जिसके बाद छात्र शांत हुए और वापस लौट गए।
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