नरहीं। घरवालों से नाराज दो युवतियों ने दुपट्टे से हाथ बांधकर एक साथ गंगा नदी बीच धारा सोमवार को छलंाग लगा दी। घटना के बाद यूपी और बिहार को जोडऩे वाले वीर कुंवर सिंह सेतु पर हजारों की भीड़ एकत्र हो गई। इस-बीच मौके पर पहुंची पुलिस ने गोताखरों की मदद से उन्हें बाहर निकलवाया और जिला अस्पताल बक्सर (बिहार) पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने भतीजी को मृत घोषित कर दिया। जबकि बुआ का इलाज चल रहा है।

सोमवार की सुबह एक ही उम्र की दो लड़कियां जो रिश्ते में बुआ और भतीजी लगती है। दोनों बिहार की इटाढ़ी की रहने वाली है। दोनों बक्सर-भरौली को जोडऩे वाले वीर कुंवर सिंह सेतु पर पहुंची। इसके बाद पुल के बीच में जाकर एक दुपट्टे से दोनों ने एक साथ अपने हाथ बांधे फिर सीधे गंगा में छलांग लगा दी। संयोग बढिय़ा था कि दोनों को स्थानीय लोगों ने देख लिया और शोर मचाने लगे। ऊफनाती गंगा में डूब रही लड़कियों को बचाने के लिए पुल के ऊपर से लोगों ने रस्सी फेंकी। एक लड़की ने रस्सी पकड़ ली, जिसे बचा लिया गया। लेकिन दूसरी नहीं पकड़ पाई और डूबकर मर गई। गोताखोर मछुआरों के काफी मशक्कत के बाद नदी से उसके शव को बाहर निकाला गया और बक्सार सदर अस्पताल पहुंचाया गया। पूछताछ के दौरान बुआ अपना नाम प्रीति कुमारी बताया। प्रीति इटाढ़ी थाने के सांथ गांव निवासी भागीरथी सिंह की बेटी है। उसने यह भी बताया कि उसके साथ गंगा में छलांग लगाने वाली लड़की कोई और नहीं, बल्कि उसके चचेरे भाई पिंटू कुमार की बेटी संजना कुमारी थी। हालांकि काफी कुरेदने के बाद भी प्रीति ने यह नहीं बताया कि उन दोनों ने ऐसा क्यों किया। जब उसे यह पता चला कि संजना मर चुकी है, तो उसने भी खुद के जिंदा रहने पर अफसोस जाहिर करते हुए कहा कि काश! मैं भी मर गई होती। अब वह कौन-सा दर्द है, जिसने इन दोनों लड़कियों को ऐसा करने के लिए विवश किया इसका पता नहीं चल पाया है।