जवान को राजकीय सम्मान के साथ दी गई अंतिम विदाई
बलिया। छत्तीसगढ़ के मिरतुर जिले में रविवार को नक्सली हमले में शहीद हुए सैनिक राम अशीष यादव का पार्थिव शरीर मंगलवार की सुबह उनके पैतृक गांव असनवार पहुंचा। सैनिक किशोर को देख सबकी आंखें नम हो गई। भीगी पलकों से लोगों ने शहीद राम अशीष यादव को अंतिम विदाई दी। राजकीय सम्मान के साथ जवान को विदा किया गया। शहीद के अंतिम यात्रा में हजारों लोग शामिल हुए।
गौरतलब हो कि छत्तीसगढ़ के मिरतुर जिले में रविवार की शाम हुए नक्सली हमले में राम अशीष यादव (50) शहीद हो गये थे। गांव पर सूचना आते ही शोक का माहौल पैदा हो गया था। शव आने को लेकर संशय बना हुआ था। कारण कि राम अशीष यादव का परिवार छत्तीसगढ़ ही रहता है। गांव वालों के अनुरोध पर शव को सेना की टुकड़ी बलिदानी के गांव असनवार लेकर आई। शहीद सैनिक के भाई व सेना से सेवानिवृत्त सूबेदार रामसेवक यादव ने कहा कि भाई के बलिदान से दुःखी जरूर हैं, लेकिन गर्व इस बात से हैं कि भारत माता की रक्षा करते हुए भाई शहीद हो गए हैं। असनवार गांव में वर्ष 2022 में भी सेना के सूबेदार रामबदन यादव बार्डर पर देश की रक्षा करते हुए शहीद हो गए थे। अभी उनके बलिदान को लोग भूल भी नहीं पाए थे कि एक और सैनिक रविवार को नक्सलियों के हमले के दौरान शहीद हो गए। इस दौरान शहीद के अंतिम संस्कार में जिलाधिकारी रवीन्द्र कुमार, पुलिस अधीक्षक देवरंजन वर्मा, सीओ सदर शुभ सुचित, एसएचओ संजय शुक्ल, एसडीएम सदानंद सरोज समेत गणमान्य लोगों ने श्रद्धांजली दी।