जौनपुर। मूसलाधार बरसात ने एक बूढ़े (जर्जर) कच्चे मकान को अपनी जद में ले लिया। इससे गुरुवार की सुबह कच्चा मकान भरभरा कर धराशायी हो गया। इसके मलवे में दबाकर तीन लोगों की मौत हो गई और दो लोग जीवन-मौत से जूझ रहे हैं। पुलिस ने मृतकों के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। हमेशा भीषण धूप, बारिश और कड़ाके की ठंड से जीवन सुरक्षित करने में मकान की अहम भूमिका है। लेकिन यही मकान लोगों के जान की दुश्मन बन गई है। हुआ कुछ यूं कि सुजानगंज थाने के सरायखानी में कच्चा मकान गिरने से तीन लोगों की मौत हो गई। जबकि दो की हालत गंभीर बनी हुई है।

क्षेत्र के सरायखानी गांव में भरत लाल जायसवाल (38) अपने परिवार के साथ बुधवार की रात कच्चे मकान में सो रहे थे। भोर में चार बजे अचानक उनके कच्चे मकान की दीवार ढह गई, जिसके मलबे में परिवार के पांच सदस्य दब गए। इनमें भरत लाल (38), उनकी पत्नी गुलाबा देवी (34) और बेटी साक्षी 10), भाभी रेखा देवी (45) और भांजी काजल (12) शामिल थी।

घटना के बाद लोगों ने सभी को मलबे से बाहर निकाला। आनन-फानन में उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सुजानगंज ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने भरत लाल, गुलाबा देवी और साक्षी को मृत घोषित कर दिया। जबकि घायल रेखा और काजल का इलाज चल रहा है। सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। साथ ही मृतकों के शव को कब्जे में लेकर अन्त्य परीक्षण के लिए भेज दिया गया।