गहमर थाने, बारा पुलिस चौकी सहित बार्डर का एसपी ने जाना हाल
गाजीपुर। आज भी बिहार बार्डर पर सख्ती का संकल्प अधूरा है। अवैध धंधों की टोकरी आए दिन दोनों छोरों से टकराती है। हाल के दिनों में सरकार के चाबुक कसने के बाद पुलिसकर्मी यहां अनवरत डयूटी बजा रहे हैें। प्रशासन की सक्रियता बढ गई है। जरायम की दुनिया से जुडे लोगोंं का वक्त बुरा चल रहा है। लेकिन वह मौके की ताक में हैं। बार्डर पर होने वाली तस्करी और आर्थिक अपराध रोकना एक चुनौती है। हम बात कर रहे हैं बलिया एवं गाजीपुर से सटे बक्सर—बिहार सीमा पर होने वाले अवैध शराब, हथियार एवं पशु तस्करी की। रात के अंधेरे में सीमावर्ती इलाकों में अपराध फल—फूल रहा है। इसका हकीकत जानने नवागत पुलिस कप्तान रामबदन सिंह गहमर थाने के आस—पास के इलाकों का निरीक्षण करने बुधवार को पहुंचे थे।
एसपी ने बिहार बार्डर से लगे इलाकों के बारे में जाना। अपराधियों की गतिविधियों से अवगत हुए। बिहार पुलिस के टच में हम हैं या नहीं। इलाके के लोगोंं की अपराध में संलिप्तता अथवा सहयोग की जानकारी ली। सुरक्षा व्यवस्था के बारे में जाने। उन्होंंने बार्डर की महत्वपूर्ण सूचनाओं से निरंतर अवगत कराने एवंं डयूटी पर लगे पुलिस कर्मियों को पैनी नजर रखने का निर्देश दिया। इसके बाद पुलिस कप्तान ने थाना गहमर एवं पुलिस चौकी बारा का भी निरीक्षण किया।
कहा कि थाने पर आने वाले पीडित व्यक्तियों की समस्या का त्वरित निस्तारण किया जाए। उन्होंने कुल निस्तारित मामले की जानकारी ली। लंबित मामलों में पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई के बारे में जानकारी हासिल की। इसके साथ ही महिला हेल्प डेस्क, थाना कार्यालय, हवालात, मालखाना, सीसीटीएनएस, मेस, बैरक आदि का निरीक्षण किया गया। इतना ही नहीं इन दिनों थाने पर चल रहे निर्माण कार्य एवं उसकी गुणवत्ता के बारे में भी जानकारी ली।
लंबे समय से यूपी—बिहार बार्डर पर होने वाले मादक पदार्थो की तस्करी, आर्थिक अपराध एवं पशु तस्करी का खेल अभी पूरी तरह बंद नहीं है। आए दिन अवैध दारू, गांधा, हेरोइन, तमंचा, वाहन सहित पशु आदि को पुलिस गिरफतार कर चालान करती है। अगर बार्डर पर यह सक्रिय नहीं होते, तो पुलिस की पकड से दूर होते। इससे यह साबित होता है कि बार्डर पर पुलिस का संकल्प आज भी अधूरा है, इसे पूरा करने की जरूरत है। नवागत एसपी से सभी को कापफी उम्मीदेंं हैं।