गाजीपुर। सेना के हवलदार धीरेंद्र यादव का शव पैतृक गांव पहुंचते ही लोग गम में डूब गए। पूरा गांव अंदर ही अंदर रोया। उधर पार्थिव शरीर को देख परिजनों का रोते-रोते बुरा हाल था। सबने शहीद को अश्रुपूरित श्रद्धांजलि दी। इसके बाद अंतिम यात्रा निकाली गई।
बता दें कि जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा सेक्टर में तैनात सेना के जवान धीरेंद्र यादव का पार्थिव शरीर रविवार की देर शाम उनके पैतृक आवास घटारो पहुंचते ही भावनाओं का गुबार फूट पड़ा। स्वजन में जहां कोहराम मच गया, वहीं युवाओं द्वारा लगाए जा रहे धीरेंद्र यादव अमर रहे के नारे गूंज उठे। इस दौरान सुरक्षा की दृष्टि से बड़ी संख्या में फोर्स तैनात रही। जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा सेक्टर में धीरेंद्र यादव की तैनाती थी। स्वजन का कहना है कि आक्सीजन की कमी के कारण शुक्रवार को उनका निधन हो गया।
वायुयान से उनका पार्थिव शरीर वाराणसी के बाबतपुर एयरपोर्ट लाया गया। यहां से मेजर पीएस सिदू 39-जीटीसी के दो जेसीओ के अलावा 22 आर्मी के जवानों के साथ शव को आर्मी की गाड़ी से घर लाया गया। इस दौरान पूरे रास्ते जगह-जगह उनको श्रद्धांजलि देने वालों की भीड़ उमड़ी रही। शव के घर पहुंचने के पहले से ही घर पर बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ जमा हो गई थी।राजनीतिक दल के लोग भी पहुंच कर स्वजन को सांत्वना देते रहे थे। सांसद अफजाल अंसारी, पिछड़ा वर्ग के उपाध्यक्ष वरिष्ठ भाजपा नेता प्रभुनाथ चौहान, क्षेत्रीय विधायक त्रिवेणी राम, समाजवादी पार्टी के विधानसभा अध्यक्ष कमलेश यादव भानु सहित उपजिलाधिकारी वीर बहादुर सिंह, क्षेत्राधिकारी गौरव कुमार सिंह, नायब तहसीलदार जयप्रकाश सिंह आदि ने श्रद्धांजलि दी।