गाजीपुर। रेवतीपुर गांव अंतर्गत बाबा श्यामदास परिसर में बीते मंगलवार की देर शाम कवि व साहित्यकार रहे प्रखर आलोचक रामाशंकर राय की तीसरी पुण्यतिथि मनाई गई। जिसका शुभारंभ मुख्य अतिथि एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता सच्चिदानंद राय ने सर्वप्रथम उनके चित्र पर दीप प्रज्वलित कर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित कर किया।
इसके उपरांत सभी आगंतुकों ने भी चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें बारी- बारी से श्रद्धांजलि दी।
इस अवसर पर बोलते हुए मुख्य अतिथि एवं भाजपा नेता सच्चिदानंद राय ने कहा कि रामाशंकर राय ने अपने जीवन काल में जो भी संक्षिप्त रचनाएं हैं वह अपने आप में एक वृहद ग्रंथ का एहसास कराती है। कहा कि उन्होंने कविताओं के माध्यम से समाज को एक नई दिशा देने का काम किया है। उनके द्वारा बताए गए मार्ग पर चलने से ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। वहीं गंगेश मन हो जाता है, विकल निगोड़ी नींद नहीं आती है..” कविता के माध्यम से पूरे कार्यक्रम को भावुकता में बदल दिया। जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे रामबदन राय ने कहा कि वह एक प्रखर आलोचक व साहित्यकार के साथ कवि भी थे। जिन्होंने अपने जीवन काल में कई कविताएँ लिखी ,साहित्य के जरिए लोगों को जागरूक कर समाज को एक नई पहचान दी। कहा कि वह एक विलक्षण प्रतिभा एवं स्मृति की पराकाष्ठा के धनी साहित्यकार थे।इस अवसर पर कामेश्वर दुबे, प्रवीण शुक्ला, विजय नारायण राय, विनय राय, भोलाराम ,पीयूष ,कन्हैया यादव, कमल यादव, रामेश्वर सिंह ,मारकंडेय सिंह, सच्चिदानंद राय चाचा आदि लोग मौजूद रहे।कार्यक्रम का संचालन प्रवक्ता डॉ. रिचा राय ने किया एवं लोगों के प्रति अनिल कुमार राय ने सभी का आभार प्रकट किया।