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बलिया। दुबहड़ विकासखंड के जनेश्वर मिश्र पुल के समीप चल रहे चतुर्मास महायज्ञ में संत जीयर स्वामी ने कहा कि अगर कोई नालायक व्यक्ति या दुष्ट व्यक्ति कुछ बात आपके बारे में कह रहा है और आपमें वह दोष नहीं है तो एक दिन चुप रहा जा सकता है। बार-बार अगर वही नालायक व्यक्ति, दुष्ट व्यक्ति अपने आप में अनेक प्रकार के अव्यवस्थित व्यक्ति अकारण ही कहीं आपसे विरोध करता हो, तो समझना चाहिए कि अपना ही अस्तित्व, ऐश्वर्य को समाप्त कर रहा है।
दुनिया क्या कहती है, इसको सुनिए, सुन करके अगर आप में कोई दोष हो तो दोष का निवारण कीजिए, लेकिन सबसे जवाब-सवाल और सबसे विवाद से समाधान नहीं होगा।
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नालायक व्यक्ति के संग में एक क्षण में बिगड़ा जा सकता है…
बलिया। मनुष्य छह घंटा मंदिर में आप बैठते हैं, उससे आप में सुधार होगा की नहीं, यह नहीं कहा जा सकता है। लेकिन एक मिनट भी कहीं नालायक व्यक्ति के साथ बैठ जाएंगे, तो आप बिगड़ जाएंगे यह बात हो सकती है।
जैसे सौ मिट्टी का बर्तन हो और एक जुठा मिट्टी का पात्र है, तो सौ के सौ नए मिट्टी के पात्र को अशुद्ध हो जाता है। लेकिन सौ मिट्टी के शुद्ध पात्र मिलकर भी एक अशुद्ध पात्र को शुद्ध नहीं कर सकता है। इसलिए कुसंगत से हम बिगड़ सकते हैं। सुत्संग द्वारा हमें बनने में अपने आप में देर लग सकती है, लेकिन कुसंग द्वारा अल्प समय में ही बिगड़ने में देर नहीं लगेगी।
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