बलिया। दीनदयाल अंत्योदय योजना राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत जनपद में स्वयं सहायता समूह के माध्यम से महिलाओं को संगठित करते हुए उनके सशक्तीकरण और आजीविका संवर्धन के लिए बेहतर प्रयास किया जा रहा है। अभी तक बलिया में छह हजार स्वयं सहायता समूहों का गठन किया जा चुका है, जिसमे ग्रामीण क्षेत्रों की करीब ६५ हजार महिलाएं जुड़ चुकी है। महिलाओं को वित्तीय समावेशन से जोड़ते हुए अभी तक जनपद के ३१२५ स्वयं सहायता समूहों को रिवाल्विंग फंड के रूप में १५ हजार प्रति समूह की दर से राशि भी उपलब्ध कर्रवाई जा चुकी है। इसके अतिरिक्त वर्तमान वित्तीय वर्ष से सभी विकास खंड को इंटेंसिव घोषित कर दिया गया है। छह माह पुराने पात्र सक्रिय समूहों को सामुदायिक निवेश निधि के रूप में एक लाख दस हजार रुपये का ऋण भी उपलब्ध करवाया गया है। महिलाएं समूहों से कर्ज लेकर अपनी खुद की कमाई का स्रोत भी बना रही हैं। मनियर के स्वयं सहायता समूहों द्वारा बेसन निर्माण का कार्य किया जा रहा है, तो दुबहर के स्वयं सहायता समूह सेंटर निर्माण करके आजीविका को बढ़ा रहे है। ऐसी ही महिलाएं अगरबत्ती, मोमबत्ती, बैग, बच्चों का खिलौना, मशरूम, आचार आदि का निर्माण करके आगे बढ़ रही है।
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