*कुछ पदाधिकारी को घर पर किया नजरबंद*
गाजीपुर। भुडकुड़ा कोतवाली के चक फातमा उर्फ बैरक गांव निवासी सर्व समाज विकास मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमलेश राम और जन कल्याण विकलांग सेवा समिति के प्रबंधक रामविजय चौहान, राष्ट्रीय महासचिव हृदय नारायण सिंह, प्रदेश अध्यक्ष अजय विक्रम को पुलिस ने घर पर ही नजरबंद कर दिया है। सर्व समाज विकास मंच राष्ट्रीय अध्यक्ष कमलेश राम 26 अप्रैल को ही दिल्ली जाने के लिए वाराणसी से शिवगंगा ट्रेन पकड़े थे। पुलिस को जैसे भनक लगी भदोही संत रविदास नगर जिले के गोपीगंज रेलवे स्टेशन से भदोही की पुलिस ने ट्रेन से हिरासत में ले लिया। उसके बाद खानपुर थानाध्यक्ष प्रवीण यादव ने अपने खानपुर थाने पर ले गए, जहां से अपराह्न दो बजे भुडकुंडा कोतवाली की पुलिस ने कोतवाली लेकर आई। राष्ट्रीय अध्यक्ष कमलेश राम ने फोन पर बातचीत के दौरान कहा कि 2021 में दिव्यांगों कि आठ सूत्रीय मांगों को लेकर दिल्ली की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने के लिए गए थे, जहां अधिकारिता मंत्रालय के अधिकारी गहलोत की देख-रेख में दिव्यांगों के साथ मीटिंग आयोजित की गई और समस्याओं का निस्तारण के लिए आश्वासन दिया गया था। लेकिन आज तक जिला प्रशासन और सरकार ने कोई मांग नहीं पूरा किया। जिससे आक्रोशित होकर 29 अप्रैल को दिल्ली सुप्रीम कोर्ट में पीएम के खिलाफ केस दर्ज करने की चेतावनी उच्चाधिकारियों को आवेदन देकर दे गई थी। लेकिन पुलिस विभाग ना तो प्रधानमंत्री से मिलने देती है ना ही दिव्यांगों कुछ करने देती है।जब कोई भी दिव्यांग आंदोलन करने या किसी से मिलने के लिए जाते हैं तो पहले ही पुलिस नजर बंद कर देती है। फिर शुरू होता है आश्वासन पर आश्वासन। बहरियाबाद थाना क्षेत्र के भीखईपुर गांव निवासी जनकल्याण दिव्यांग विकलांग सेवा समिति के प्रबंधक रामविजय चौहान के घर पर भी पुलिस तैनात है। प्रबंधक रामविजय चौहान ने कहा कि दिव्यांगों के साथ भाजपा सरकार खिलवाड़ कर रही है। यह सरकार तानाशाही रवैया बना रही है।