दिल्ली/बलिया। उत्तर प्रदेश का पिछड़ा व अंतिम छोर बलिया जनपद के नरहीं थाना अंतर्गत एक गांव के रहने वाले युवक-युवती ने सोमवार को दिल्ली सुप्रीम कोर्ट के पास शरीर पर ज्वलनशील पदार्थ डालकर आग लगा लिए। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने दोनों को उपचार के लिए लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया। मामले की छानबीन की जा रही है।

युवती के साथ दुष्कर्म हुआ था और उसे निचली अदालतों में न्याय नहीं मिला। यह मामला सुप्रीम कोर्ट में चल रहा था। सोमवार को इस मुकदमे की तारीख थी। लेकिन उससे पहले ही दोनों ने आग लगाकर आत्महत्या का प्रयास किया। घटना के बारे में पता लगाया जा रहा है। आखिर युवती ने अचानक अपने ऊपर ज्वलनशील पदार्थ डाल कर आग क्यो लगा ली। उसके साथ गए युवक का नाम सत्यम प्रकाश है। उसकी उम्र २६ साल है। युवक वाराणसी का रहने वाला है।

इन दोनों के बीच क्या रिश्ता है ? उसके बारे में पता लगाया जा रहा है। उसने भी युवती के आग लगाने के बाद खुद को भी आग के हवाले कर दिया। दोनों को उपचार के लिए राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों ने युवती को ८५ फीसद और युवक को ६५ फीसद जलना बताया है। इनके साथ तीसरा और कोई नहीं है। जिससे घटना के बारे में पता लगाया जा सजे। दोनों इतना जले है कि बहुत गंभीर है। युवती के बच पाने की संभावना भी कम है।

पुलिस यह पता लगा रही है कि युवती के साथ दुष्कर्म हुआ था या सामूहिक दुष्कर्म।
इस मामले में नई दिल्ली के डीसीपी दीपक यादव का कहना है कि मौके से दो बोतल मिली है जिसमें एक में केरोसिन और दूसरे में पेट्रोल है। इनके पास से दो लाइटर भी मिले हैं। इससे समझा जा सकता है कि वे प्लानिंग के साथ खुदकुशी करने सुप्रीम कोर्ट आए थे।