बलिया। जिला मुखयालय से सटे विजयीपुर-हैबतपुर के सीमा पर करीब छह किमी तक का क्षेत्र चारो तरफ से मार्किंग किया गया है। ओएनजीसी की टीम दूसरी बार यहां पहुंची और जमीन के नीचे कच्चा तेल होने की पूरी संभावना जताई है। कच्चा तेल का पूरा एरिया जानने के लिए जमीन के भीतर विस्फोटक से धमाका किया गया और तरंगों के माध्यम से तेल का रेंज तलाशा जा चुका है।
ओएनजीसी की टीम बलिया दूसरी बार पहुंची थी। टीम ने पहले पूरे भूखंड को चिन्ह्ति किया। इसके बाद जमीन पर तार बिछाया गया। उसमें कनेक्शन दिए गए और उसे कंप्यूटर से लैस विशेष वाहन से जोड़ दिया गया। उक्त तार को वहां मौजूद एक बड़े वाहन से जोड़ा गया। फिर एक चिह्नित स्थान पर नौ से दस फीट तक का गहरा गड्ढा खोदा गया। खोदे गए गड्ढे में तार को कनेक्ट कर गड्ढे में विस्फोटक से धमाका किया गया। विस्फोट से धरती में कंपन हुआ तो रेज (तरंग) जमीन के नीचे तक गई। फिर रेंज नीचे से टकराकर वापस तार के जरिए कंप्यूटर से कनेक्ट हुईं। इसके बाद रेंज ग्राफ तैयार हुआ और देहरादून में उसका विश्लेषण किया गया, तो सामने आया कि कच्चा तेल की मौजूदगी वर्तमान में कितने एरिया में है। इस संबंध में हैबतपुर के ग्राम प्रधान नरेंद्र राय का कहना है कि पांच महीने पहले भी एक टीम कच्चा तेल मिलने की संभावना को लेकर गांव में आई थी। लेकिन उस समय कुछ प्रमाणित नहीं हो सका था। अगर कच्चा तेल का भंडारण बलिया में होता है, तो जनपद ही नहीं देश के लिए भी बहुत बड़ी बात होगी। अब समस्तीपुर के बाद सैसमिक मशीन की जांच में बलिया में पेट्रोलियम पदार्थ के भंडारण की पुष्टि हुई है। जांच में जमीन के नीचे कच्चा तेल मौजूद पाया गया है। इसे मार्किंग भी किया जा चुका है। पूरी रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को सौंप दी गई है। भौगोलिक टीम बहुत जल्द जनपद में परीक्षण करने पहुंच सकती है।