बीएसए के आवास पर धरना देने के बाद भी अफसरों की हीलाहवाली जारी..
बलिया। बेसिक शिक्षा विभाग में फर्जी भुगतान कर करोड़ों रुपये वित्तीय अनियमितता करने का आरोप लगा है। इसे लेकर मैनेजर सिंह जनता जूनियर हाई स्कूल मधुबनी बलिया के प्रबंधक विजेंद्र बहादुर सिंह कई बार उच्चाधिकारियों को पत्र लिख चुके हैं। इसी सिलसिले में वह बीते मंगलवार को भी बीएसए से मिलने गए थे। उनका यह भी कहना है कि पिछले एक महीने से लगातार कार्यालय का चक्कर काटने के बाद भी बेसिक शिक्षा अधिकारी उनसे मिलने से बच रहे हैं।
बेसिक शिक्षाधिकारी के उपेक्षापूर्ण रवैए से नाराज होकर प्रबंधक विजेंद्र बहादुर सिंह बीते मंगलवार को बीएसए के आवास पर पहुंच धरने पर बैठ गए थे। लेकिन यह बात बेसिक शिक्षा अधिकारी को नागवार गुजरी। उन्होंने तत्काल प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों को फोन से बुलाया और गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर सिटी मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में प्रबंधक को बीएसए आवास से जबरन पुलिस वालों ने उठा लिया।
आपको बता दें कि पीड़ित प्रबंधक ने बीएसए शिव नारायण सिंह पर अनिमियता और भ्र्ष्टाचार का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर नहीं बैठते। इसी वज़ह से मुझे उनके आवास पर पहुंचकर धरने पर बैठना पड़ा। दुखद यह भी है कि बीएसए को मेरी बात सुनने और समस्या का निराकरण करने के बजाए ग़लत आरोप लगाकर प्रशासन के जरिए मुझे जबर्दस्ती हटवाया गया। उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर मैं शिक्षा निदेशालय एवं मुख्यमंत्री कार्यालय तक जाऊंगा।
पीड़ित प्रबंधक करोड़ों के राज्यवृत में भ्रष्टाचार और घोटाले की जांच कराने की मांग पर अब भी अड़े हैं। प्रबंधक का यह भी कहना है कि बेसिक शिक्षा विभाग में हुए व्यापक पैमाने पर भ्र्ष्टाचार और घोटाले की जाँच करने में आला अधिकारी भी आनाकानी कर रहे हैं। इस मामले को लेकर कई बार जनपद के अधिकारियों को पत्र लिखकर दे चुका हूं। लेकिन बीएसए के प्रभाव के कारण कोई इस मामले की गंभीरता से जांच नहीं करा रहा है।