बलिया। जिले के सोहांव ब्लाक के न्याय पंचायत सरयां एवं नारायणपुर गांव के किसानों के साथ कृषि विभाग की लापरवाही खुल कर सामने आई है। अधिकारियों की संवेदनहीनता का आलम यह है कि किसानों ने अपने खेतों में धान की फसल लगाई है। लेकिन प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत जिम्मेदारों ने सर्वे के दौरान किसानों के खेतों में मक्के की फसल लगा होना दिखा दिया है। जबकि इन गांवों में मक्का की खेती अधिसूचित ही नहीं है।

किसानों ने जिलाधिकारी को भेजे गए अपने शिकायती पत्र में बताया है कि किसानों का प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत धान का प्रीमियम कटा है। क्योंकि धान ही इस इलाके की अधिसूचित फसल है। बावजूद इसके कृषि विभाग बलिया द्वारा आठ सितंबर को एग्रीकल्चर क्रान्ति इंश्योरेंस लखनऊ को भेजे गये पत्रांक 315 के अनुसार नुकसान के सर्वे में मक्के की फसल का होना प्रदर्शित किया गया है। किसानों ने जिलाधिकारी को अवगत कराया कि राजस्व व कृषि विभाग की इसी तरह की लापरवाही के कारण 2019 में भी क्षेत्र के किसान नुकसान के बावजूद बीमा क्लेम से वंचित रह गये थे। किसान विमलेश राय, इंदु देवी, आलोक राय, गोपाल राय, मुकेश तिवारी, विनोद राय, गौरी शंकर राय आदि ने जिलाधिकारी से विभाग को भूल सुधार करने का आदेश देने की मांग की है।