बड़े भौकाल के साथ नौकरी के नाम पर पैसा लेने का आरोप
गाजीपुर। पिछले विधानसभा चुनाव में अचानक कई लग्जरी गाड़ियों के काफिले व सुरक्षा गार्डों के साथ अपने गांव गोड़ऊर पहुंचे उपेंद्र राय ने बागी होकर चुनाव लड़ने की बात कही थी। करीब एक महीने तक विधानसभा का भ्रमण किया। लेकिन उपेंद्र राय का अचानक दौलतमंद होना लोगों के लिए एक बड़ा सवाल था। चुनाव लड़ने की घोषणा व पैसे का प्रदर्शन करने पर ही उपेंद्र राय के कई दुश्मन पैदा हो गए।बता दें कि करीमुद्दीनपुर थाने के गोड़ऊर गांव निवासी उपेंद्र राय एक सामान्य परिवार से हैं। उनके पास अचानक अपार दौलत होना और सुख सुविधाओं से लैस जिंदगी देख लोग आश्चर्यचकित थे।
विधानसभा चुनाव लड़ने की घोषणा करने वाले उपेंद्र राय की राजनीति में सक्रियता एकाएक समाप्त हो गई और वह फिर शांत हो गए। इस बीच उनके पास आए धन की जांच शुरू हो गई थी। गांव के कुछ लोगों का कहना है कि अपने तामझाम के बदौलत उन्होंने गाजीपुर, बलिया और लखनऊ में नौकरी दिलाने के नाम पर भी उपेंद्र ने लोगों से पैसा था लिया था। इस प्रकरण में भी उपेंद्र राय के खिलाफ कई मुकदमे हैं अलग-अलग थानों में दर्ज हैं।
पुलिस टाइम उनके बैंक खातों की पड़ताल करने में जुटी है। कई बैंकों के डिटेल भी निकाले गए हैं। जिसमें लाखों रुपये का स्थानांतरण पाया गया है। ऐसे में f.i.r. दर्ज कर उपेंद्र राय की तलाश की जा रही है। जनपद पुलिस का दावा है कि उपेंद्र राय द्वारा अपने कुछ रिश्तेदारों के खाते में भी पैसा ट्रांसफर किया गया है। जिसमें उनके ससुराल की सृष्टि राय भी शामिल है। उपेंद्र राय के ससुराल वालों की माने तो सृष्टि राय को गाजीपुर की पुलिस टीम उनके पैतृक घर हैबतपुर से गिरफ्तार कर ले गई है। साथ ही पूरे प्रकरण की छानबीन कर रही है।