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..और कई सीटों पर टिकटार्थियों की घोषणा बाकी
बलिया। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव- 2022 को लेकर सियासी जंग शुरू है। समय के साथ चुनावी पारा घट-बढ़ रहा है। बलिया जनपद की बात करें तो समाजवादी पार्टी ने तीन विधानसभा क्षेत्र में प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। खास बात यह है कि टिकट पाने वालों का न मैदान-ए-जंग बदला है, न ही योद्धा (सिपाही)। जबकि भारतीय जनता पार्टी द्वारा जारी चार विधानसभा क्षेत्रों की सूची में तीन उम्मीदवारों के मैदान सुरक्षित हैं। लेकिन एक उम्मीदवार को रणभूमि से बाहर कर दिया गया है। देखा जाए तो अभी भी कई सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा बाकी है।
बीते दिनों समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने बलिया के तीन विधानसभा सीटों पर प्रत्याशियों के नामों की घोषणा करते हुए सूची जारी की।सभी सिपाही वर्ष 2017 में भी उसी मैदान-ए-जंग से सपा के बैनर तले विधानसभा चुनाव लड़े थे।
जनपद में समाजवादी पार्टी ने जिन तीन प्रत्याशियों के नाम घोषित किए हैं। उनमें बांसडीह विधानसभा क्षेत्र के वर्तमान विधायक एवं नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी का नाम सबसे ऊपर है। बांसडीह- 362 सीट से नेता प्रतिपक्ष रामगोविन्द चौधरी के आलावा दूसरा कोई दावेदार भी नहीं था। देखा जाए तो यहां न चेहरा बदला, न जंग का मैदान। इसी प्रकार सिकन्दरपुर विधानसभा- 359 में भी वर्ष 2017 में प्रत्याशी रहे मोहम्मद जियाउद्दीन रिजवी को पुनः टिकट देकर पार्टी ने उन पर भरोसा जताया है। यहां भी न सिपाही बदला न मैदान। जबकि जिले की सबसे अधिक चर्चा में रहने वाले फेफना विधानसभा क्षेत्र में प्रत्याशी की घोषणा होते ही महीनों से चल रहा उहापोह समाप्त हो गया। सियासी गलियारे में यह चर्चा थी कि इस सीट पर टिकट को लेकर महायुद्ध चल रहा है। क्योंकि कुछ माह पहले प्रदेश के कद्दावर नेता अंबिका चौधरी एक लंबे वनवास के बाद समाजवादी पार्टी में शामिल हुए थे। इसलिए इस सीट को लेकर सियासी गर्माहट थी। लेकिन फेफना-360 विस से पूर्व विधायक व 2017 में प्रत्यशी रहे संग्राम सिंह यादव को पुनः सपा ने टिकट देकर यह साबित कर दिया कि वह आपने विपरीत समय में साथ देने वालों का साथ नहीं छोड़ती। देखा जाए तो तीनों विधानसभा सीटों पर न सियासी अखाड़ेबाज बदले गए, न अखाड़ा।
उधर भारतीय जनता पार्टी ने भी बलिया जिले के चार विधानसभा क्षेत्रों में अपने प्रत्याशियों की सूची जारी की है। इन विधानसभा क्षेत्रों में मुख्य रूप से फेफना, सिकंदरपुर, बेल्थरारोड और रसड़ा विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं। भारतीय जनता पार्टी के टिकट बंटवारे में अबतक एक विधानसभा क्षेत्र में प्रत्याशी का चेहरा बदला है। जबकि तीन विस क्षेत्र में शूरवीर पुराने हैं और रणभूमि भी। फेफना विधानसभा क्षेत्र में समाजवादी पार्टी के टिकट की घोषणा करते ही भारतीय जनता पार्टी ने भी अपने उम्मीदवार के नाम पर मुहर लगा दी। यहां से बीजेपी ने योगी सरकार में मंत्री रहे उपेंद्र तिवारी को पुनः उम्मीदवार घोषित किया है। उपेंद्र तिवारी पिछले कई चुनावों से इसी रणभूमि में सियासी जंग लड़ते आ रहे हैं। अब इस विधानसभा में सपा और भाजपा के बीच कांटे की टक्कर मानी जा रहे हैं। क्योंकि एक दिन पहले समाजवादी पार्टी ने भी फेफना विधानसभा क्षेत्र से पूर्व विधायक संग्राम यादव का टिकट फाइनल किया है।
इसी क्रम में सिकंदरपुर विधानसभा क्षेत्र से वर्तमान विधायक संजय यादव को पुनः भारतीय जनता पार्टी ने अपना उम्मीदवार घोषित किया है। जबकि बिल्थरारोड विधानसभा क्षेत्र की बात करें तो कुछ दिनों पहले भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए छोट्ठू राम को विधानसभा क्षेत्र से टिकट दिया गया है। छोट्टूराम पूर्व में बसपा के जोनल कोऑर्डिनेटर एवं दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री भी रह चुके हैं। उधर रसड़ा विधानसभा क्षेत्र से बब्बन राजभर को भाजपा ने अपना प्रत्याशी घोषित किया है।सभी विधानसभा क्षेत्रों के उम्मीदवारों की सूची जारी होते ही समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ गई है। लोगों ने एक- दूसरे को मिठाई खिलाकर अपने चहते प्रत्याशियों को बधाई दी। एक को छोड़कर बाकी सबका मैदान- ए-जंग वही है और लड़ने वाले शूरवीर भी वही हैं।
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