बलिया। कोरोना महामारी से काल के ग्रास में जा चुके ३० शिक्षकों में से २९ परिवारों को अब भी न्याय की दराकार है। इनका परिवार फाकाकसी के दौर से गुजर रहा है। लेकिन विभागीय अधिकारी खामोशी की चादर ओढ़े हुए हैं। आलम यह है कि घर में प्रतिदिन होने वाले खर्च से लेकर शिक्षा व दवाई तक खरीदने के लिए भी परिवार परेशानी में हैं। पीडि़त परिवार के सदस्य आए दिन सरकारी दफ्तरों का चक्कर काटने को विवश है।

मृत शिक्षक/ शिक्षामित्रों की सूची:
१. अरविंद जायसवाल, उच्चतर माध्यमिक विद्यालय अरईपुर गड़वार।
२. रियाज अहमद पूर्व माध्यमिक विद्यालय रसूलपुर सोहांव।
३. ललिता देवी प्राथमिक विद्यालय इसारपीथा।
४. अनुज श्रीवास्तव प्राथमिक विद्यालय थम्हनपुरा।
५. अमित मिश्रा उच्चतर माध्यमिक विद्यालय करमानपुर बैरिया।
६. सपना गुप्ता माल्देपुर हनुमानगंज।
७. रिजवान अहमद शमसुद्दीनपुर सीयर।
८. प्रियंबदा ओझा अनुदानित कनिष्ठ जूनियर हाईस्कूल शिवरामपुर दुबहर।
९. अब्दुल मन्नान प्राथमिक विद्यालय कठहुरा रसड़ा।
१०. राकेश उच्चतर माध्यमिक विद्यालय आमघाट रसड़ा।
११. पूनम सिंह प्राथमिक विद्यालय भरखरा बेरूआरबारी।
१२. महेश प्रसाद उपाध्याय बरौली नगरा।
१३. उदय नारायण राय प्राथमिक विद्यालय सावन छपरा मुरली छपरा।
१४. अशोक कुमार यादव प्राथमिक विद्यालय रामगढ़ मनियर।
१५. महातम यादव उच्चतर माध्यमिक विद्यालय शाह मोहम्मदपुर रसड़ा।
१६. अखिलेशचंद्र यादव उच्चतर माध्यमिक विद्यालय ताड़ीबड़ागांव नगरा।
१७. शंभू राम अमदौर चिलकहर।
१८. माया देवी प्राथमिक विद्यालय शेखपुर नवानगर।
१९. विजय प्रताप सिंह प्राथमिक विद्यालय अगरसंडा।
२०. दिनेश कुमार शर्मा प्राथमिक विद्यालय शाह मोहम्मदपुर रसड़ा।
२१. संगीता देवी प्राथमिक विद्यालय बिजलीपुर मनियर।
२२. आशा देवी प्राथमिक विद्यालय पडऱी सीयर।
२३. अनामिका त्रिपाठी प्राथमिक विद्यालय खनवर नगरा।
२४. विजय तिवारी खानपुर रेवती।
२५. सुरेंद्र राम कन्या प्राथमिक विद्यालय खटंबी नवानगर।
२६. विवेकानंद वर्मा जूनियर हाईस्कूल रूद्रवार नवानगर।
२७. दिनेश कुमार सिंह उच्चतर प्राथमिक विद्यालय भागिपुर मनियर।
२८. बच्चालाल यादव पूर्व माध्यमिक विद्यालय धर्मपुर।
२९. भोलानाथ यादव प्राथमिक विद्यालय टेंगरही बैरिया।
३०. लालमोहन सिंह यादव प्राथमिक विद्यालय मंगरौली चिलकहर।

क्या बोले जिलाध्यक्ष
प्राथमिक शिक्षा संघ के जिलाध्यक्ष जितेंद्र सिंह ने बताया कि कोरोना महामारी व पंचायत चुनाव के दौरान जान गंवाने वाले शिक्षकों के पीडि़त परिवार के साथ संगठन हर समय खड़ा है। पीडि़तों को न्याय दिलाने के लिए मेरी लड़ाई जारी रहेगी। जब तक इन्हें न्याय नहीं मिल जाता, जनपद के आला अफसरों से लेकर सूबे के मुखिया तक अपनी बात पहुंचाता रहूंगा। जरूरत पड़ी तो इसके लिए आर-पार की लड़ाई भी लड़ी जाएगी। पूरा संगठन इसके लिए तैयार है।