फिर लगा ज्यादती और एकतरफा कार्रवाई का मामला बलियाः जनपद बलिया के उभांव थाना पुलिस की कारस्तानी से बिल्थरावासी कराह रहे है और जिम्मेदार अधिकारी एवं जनप्रतनिधि बेबस बने हुए है। जनता के प्रति जिम्मेदार पुलिस अधिकारी की कार्यशैली लगातार जनता के लिए मुसीबत का कारण बन रही है। निवर्तमान एसपी डा. विपिन टाडा के कार्यकाल में विवाद के बावजूद अपनी कुर्सी बचाने में सफल रहे उभांव इंस्पेक्टर अब वर्तमान एसपी राजकरण नैययर के कार्यकाल में आमजन के सम्मान और भावनाओं के प्रति पहले से ज्यादा बेपरवाह दिखने लगे है। अब तुर्तीपार गांव में कन्नौजिया और बिंद परिवार के बीच भूमि विवाद में मामले में पुलिस पर एकतरफा कार्रवाई का आरोप लगा है। बताया जा रहा है कि गंवई राजनीति में एकपक्ष को राजनीतिक लाभ देने के लिए उभांव पुलिस ने दूसरे पक्ष को अनसुना कर दिया। पूर्व प्रधान का परिवार उभांव थाने में याचना करता रहा और पुलिस मूकदर्शक बनी रही। जबकि मौके पर दूसरे पक्ष की मनमानी होती रही। भूमि विवाद के मामले में पूर्व प्रधान के परिवार के पुरुषवर्ग को थाने में घंटों बिठाया गया तो मौके पर विपक्षी की मनमानी रोकने के लिए महिलाओं ने मोर्चा संभाल लिया। किंतु यहां नाबालिग किशोरियों और बच्चों की जमकर धुनाई की गई। जिसका विडियो भी वायरल हुआ। इसके पहले भी कई मामलों में सुर्खियों में रह चुके है उभांव इंस्पेक्टर मामला नं. एक
उभांव थाना के सोनाडीह गांव में एक कन्नौजिया परिवार की महिला का दोनों पैर तोड़ने वाले मनबढ़ पर कार्रवाई को लेकर पुलिसिया भूमिका पर उंगली उठी। कार्रवाई न करने से नाराज ग्रामिणों ने रात में पहुंची पुलिस की जमकर फजीहत की। इस मामले में हस्तक्षेप करने वाली एक महिला को पुलिस ने जमकर हड़काया। जिसका आडियो भी वायरल हुआ था। मामला नं. दो
उभांव थाना के चकिया गांव में राजभर परिवार के दो पक्षों में हुए हिंसक संघर्ष में भी पुलिसिया कार्रवाई विवादों में रहा। एक पक्ष ने पुलिस पर मामले को दबाने के लिए थाने में पिटने तक का आरोप लगाया। मामला नं. 3
सीयर सीएचसी अस्पताल में इंस्पेक्टर द्वारा मनमाना फिटनेस सर्टिफिकेट बनवाने के लिए प्रभारी अधीक्षक डा. साजिद हुसैन को धमकाने का आडियो वायरल हुआ तो दो दिन तक अस्पताल में चिकित्सकों ने इंस्पेक्टर के रवैये के खिलाफ हड़ताल कर दिया। मामला नं. 4
चिकित्सकों से माफी मांगकर जैसे तैसे इंस्पेक्टर ने मामले को निपटाया ही था कि पत्रकार से उलझ गए। पत्रकार को धमकाने का भी विडियो वायरल हुआ। मामला नं. 5
उभांव थाना पर एक पीड़ित की फरियाद लेकर पहुंचे हिंदू युवा वाहिनी के जिला संगठन मंत्री संजीत शर्मा को उभांव थाना से सिपाही द्वारा जबरन बाहर करना। दबंग इंस्पेक्टर के व्यवहार से दुखी संजीत अपने सम्मान के लिए पुलिस के उच्चाधिकारियों से लेकर शासन तक गुहार लगा रहे है। मामला नं. 6
उभांव थाना गेट पर एक दर्जन भाजपा और भाजयुमो नेताओं के पाकेट से उच्चकों ने लाखों रुपए पर हाथ साफ कर दिया। ममला नं. 7
वर्तमान उभांव इंस्पेक्टर साहब अपने कार्यशैली से नरही और रसड़ा में अपने कार्यकाल के दौरान भी काफी चर्चित रहे है।