शहर से कांवरियों का जत्था देवघर के लिए रवाना…
बलिया। जनपद के प्रमुख शिवालयों में सावन के पहली सोमवारी पर शिव भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। शहर के बालेश्वर मंदिर, दिउली में बाबा बालखंडी नाथ शिव मंदिर, अवनीनाथ शिव मंदिर, चितबड़ागांव में कारों धाम शिव मंदिर में जलाभिषेक के लिए आधी रात के बाद से ही गंगा तट पर शिवभक्त पहुंच गए थे। नंदी घाट गुलजार हो गया और चारों तरफ बोल बम के नारे लगने लगे। भोर से ही भक्तगण जलाभिषेक और दूधाभिषेक के साथ ही भांग, धतूरा, बेलपत्र आदि चढ़ाने लगे। यह सिलसिला देर रात तक जारी रहा। उधर देवघर के लिए भी कांवरियों का जत्था एक-एक कर शहर से रवाना हुआ।
कांवरियों के वाहन में तथा मंदिर परिसर के आस-पास हाथी न घोड़ा न कौनो सवारी, पैदल ही आइबो तोर दुआरी ये भोलेनाथ..। बोल बम के नारा बा, भोला एक सहारा बा…। बोल बम- बोल बम बोलते हुए शिव बाप गंगा नदी से जल लेकर शिवालयों की तरफ बढ़ रहे थे।
सावन के प्रथम सोमवार को बाबा बालेश्वर मंदिर में बालेश्वर बाबा को दूध व जलार्पण किया गया।
हर- हर महादेव और बोल बम के जयघोष से गूंजते गंगा तट से दक्षिणी वाहिनी गंगा का पावन जल लेकर श्रद्धालु विधि विधान से कांवर की पूजा-अर्चना की। इसके साथ ही कांवरियों का अलग -अलग जत्था विभिन्न शिव मंदिरों के लिए निकल पड़ा।
जिला मुख्यालय स्थित बालेश्वर मंदिर में भगवान शिव के दर्शन पूजन के लिए सुबह से ही एक से डेढ़ किलोमीटर तक महिला व पुरुषों की लंबी कतार लगी हुई थी। प्रमुख शिवालयों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। यही स्थिति बांसडीहरोड थाना अंतर्गत बाबा बालखंडीनाथ शिव मंदिर, अवनीनाथ शिव मंदिर एवं कारो धाम में भी देखने को मिला।