लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सिविल अस्पताल में सोमवार को 15 से 18 वर्ष के बच्चों के कोरोना टीकाकरण का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि यह वैक्सीन कोरोना की तीसरी लहर में बच्चों के लिए सुरक्षा कवच साबित होगी। ओमिक्रोन वायरस डेल्टा प्लस से कमजोर है। इससे डरने व भयभीत होने की जरूरत नहीं है।
राजधानी लखनऊ में 39 केंद्रों पर 15 से 18 साल के तीन लाख से ज्यादा बच्चों को टीका लगाया जाएगा। प्रदेश में 20150 बूथों पर टीकाकरण शुरू हुआ है। इस टीकाकरण में एक करोड़ 40 लाख बच्चों को वैक्सीन लगेगी।
सीएम योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वजह से बच्चों को टीका लगाना सभव हुआ है। बच्चों को को-वैक्सीन लगाई जा रही है। वैक्सीन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। कहा कि कोरोना के नए स्वरूप ओमिक्रोन डेल्टा प्लस से कमजोर है। लोग घबराएं नहीं।
प्रदेश में आठ ओमिक्रोन के मामले हैं। तीन निगेटिव हो गए हैं। पांच होम आइसोलेशन में है। प्रदेश में मौजूदा समय मे 2261 कोरोना के मामले हैं। इसमें से 2100 से ज्यादा होम आइसोलेशन में हैं।
प्रदेश में कोविड टीकाकरण का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है। प्रदेश में अब तक 87.05 फीसदी को पहली और 50.11 फीसदी को दोनों डोज दी जा चुकी है। प्रदेश में कोविड मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए वैक्सीन बढ़ाने का निर्देश दिया गया है। इसके अंतर्गत एक जनवरी से 15 से 18 साल के बच्चों के टीकाकरण के लिए कोविन पोर्टल पर पंजीयन किया जा रहा है। पंजीयन में दसवीं कक्षा का आईडी कार्ड मान्य होगा।
राज्य टीकाकरण अधिकारी डॉ. अजय घई ने बताया कि कुल एक करोड़ 40 लाख बच्चों के टीकाकरण का लक्ष्य रखा गया है। अबतक प्रदेश के 20 करोड़ से अधिक लोगों को टीके की डोज दी जा चुकी है। जिसमें 12 करोड़ से अधिक को पहली और सात करोड़ से अधिक को दूसरी डोज दी चुकी है। 18 वर्ष से अधिक आयु की 50 फीसदी आबादी का टीकाकरण पूरा किया जा चुका है। प्रदेश में करीब 10 लाख फ्रंटलाइन वर्कर्स और 10 लाख हेल्थ केयर वर्कर्स को प्रीकॉशन डोज दी जाएगी।