वाराणसी। पीएम के हाथों काशी विश्वनाथ धाम का भव्य लोकार्पण किए जाने के बाद दुनियाभर के श्रद्धालु अध्यात्मिक नगरी काशी पहुंचने लगे हैं। नववर्ष के पहले दिन धाम में उमड़ी अथाह भीड़ के बाद दूसरे दिन भी श्रद्धालुओं के आने का तांता लगा रहा।लोकपर्ण के बाद से अभी तक लगभग 20 लाख से अधिक श्रद्धालु काशी विश्वनाथ मंदिर के दर्शन के लिए आ चुके हैं।कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच ये श्रद्धालुओं की भीड़ प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती साबित हो सकती है।
दुनिया के कोने-कोने से आ रहे श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए सोमवार की सुबह से मंदिर प्रशासन की ओर से वीआईपी दर्शन बंद कर दिए गए हैं। साथ ही मंदिर प्रशासन की ओर से काशी के लोगों से ये अपील भी की गई है कि वह बाहर के श्रद्धालुओं के हुजूम को देखते हुए फिलहाल सुबह सात बजे से दोपहर दो बजे तक बाबा विश्वनाथ के दर्शन-पूजन से बचें।
आपको बता दें कि काशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 13 दिसंबर को किया था। उसके बाद से एक महीने तक चल रहे महोत्सवों में आने वाली भीड़ के अलावा बाबा के दर्शनों के लिए आ रहे श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ ने सारे रिकॉर्ड को ध्वस्त कर दिए हैं। लगभग 20 लाख श्रद्धालु अब तक काशी विश्वनाथ मंदिर में माथा टेक चुके हैं। इसके मद्देनजर रविवार से नया ट्रैफिक प्लान लागू किया गया।
कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए श्रद्धालुओं से कोरोना गाइडलाइंस का भी पालन करने के लिए कहा गया है। सभी लोगों से मास्क लगाने के साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग के नियम का पालन करने का भी अनुरोध किया गया है। भीड़ में कमी आने पर VIP दर्शन-पूजन की व्यवस्था फिर से शुरू कर दी जाएगी। दर्शन पूजन करने आ रहे श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए इसे नियंत्रित करने में पुलिस-प्रशासन को खासी मशक्कत करनी पड़ रही है।