गाजीपुर। शहर के स्वामी सहजानंद स्नातकोत्तर महाविद्यालय के प्रांगण में पतंजलि योग पीठ हरिद्वार के तत्वाधान में निःशुल्क नियमित योग कक्षा चल रही है। मंगलवार को एकदिवसीय विशेष सत्र का आयोजन किया गया। जिसमें शहर के प्रख्यात होम्योपैथिक डॉ. एमडी सिंह अपने मार्गदर्शन से योग साधकों में उत्साह व उमंग का संचार किया। डॉ. सिंह ने योगाभ्यास की समस्त क्रियाओं व नियमित साधकों को योग के प्रति कटिबद्धता रहने एवं उनके निष्ठा की प्रशंसा करते हुए इसे और बेहतर बनाने का मंत्र दिया।
![](https://apnashaharnews.com/wp-content/uploads/2021/08/18asn10-1024x768.jpg)
बताया कि योग को मात्र एक व्यायाम का अंग नहीं बनाना है, बल्कि आसन व यौगिक क्रियाओं एवं व्यायाम में अंतर स्पष्ट करते हुए कहा कि आसन व अन्य यौगिक क्रियाएं योग के माध्यम से ध्यान तक पहुंचने की एक प्रारंभिक तैयारी है। जिसे बेहद ही सजगता और एकाग्रता के साथ करना चाहिए। जिससे साधकों में यौगिक शक्ति के साथ – साथ व्यक्तिगत शक्ति का समग्र विकास हो सके।
डॉ. सिंह ने कहा कि हठ योग के अंतर्गत प्रत्येक आसनों का नाम प्रकृति व वातावरण से ही लिया गया है। उन आसनों का अभ्यास करते हुए यह ध्यान करना चाहिए कि उनके गुणों को हम स्वयं में आत्मसात कर रहे। साथ ही भस्मक क्रिया व ब्रह्माण्ड आसन का अभ्यास कराते हुए कहे कि वैश्विक बीमारी कोरोना से लड़ने की ब्रह्मांडीय क्षमता देने वाला अभ्यास है। ब्रह्मांड आसन।
![](https://apnashaharnews.com/wp-content/uploads/2021/08/17A-4-1024x686.jpg)
कक्षा संचालक सदर तहसील प्रभारी आचार्य राधेश्याम जी ने समस्त उपस्थित साधकों एवं पतंजलि परिवार गाजीपुर की ओर से डॉ. एमडी सिंह जी को धन्यवाद ज्ञापित किया। इस व्यस्त दिनचर्या के बीच कक्षा में समय देने के लिए आभार प्रकट किया। कहा की शहर ही नहीं, बल्कि दूसरे जिलों से भी आने वाले अनेकों रोगियों को डॉक्टर साहब द्वारा जो सहज,सफल एवं सरल उपचार प्राप्त है। वह निरंतर लगभग 14 से 16 घंटों तक बिना विश्राम सेवा देने का कार्य करते हैं, जो एक योगी और सिद्ध साधक ही कर सकता है।