वाराणसी/बलिया। उत्तर प्रदेश सरकार के परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने कहा कि काशी से अयोध्या, गोरखपुर से लखनऊ और कानपुर तथा कई राज्यों तक बस सेवा संचालित करने के लिए रिंग रोड फेज थ्री (संदहा के पास) 15 एकड़ में अंतरराज्यीय बस अड्डा (आइएसबीटी) बनाया जाएगा। इसके लिए जमीन चिह्नित कर ली गई है। विभाग के नाम जमीन स्थानांतरित होते ही बजट जारी कर बनाने का काम शुरू कर दिया जाएगा। यह बस अड्डा प्रदेश में माडल के रूप में बनाया जाएगा। अभी तक इलेक्ट्रिक बसें शहर सीमा क्षेत्र में संचालित हो रही है। अब मंडल ही नहीं, बल्कि 300 किलोमीटर दूरी तक संचालित की जाएगी। पहले चरण में दो-दो इलेक्ट्रिक बसें काशी से अध्योया, लखनऊ और गोरखपुर तक संचालित होंगी। यात्रियों की संख्या बढ़ने पर बसें बढ़ाई जाएगी।
परिवहन मंत्री सोमवार को सर्किट हाउस में संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे। कहा कि निगम की खराब हो चुकी 10 वर्ष पुरानी बसें बदलकर नई संचालित की जाएगी। कहा कि लखनऊ, आगरा और कानपुर छोड़कर सभी जिलों में फिटनेस व्यवस्था निजी हाथों दी जा रही है। इसके लिए टेंडर कर दिया गया है। लाइसेंस प्रक्रिया भी निजी हाथों में होगी। कहा कि इलेक्ट्रिक के साथ हाईड्रोलिक बसें चलाने की तैयारी है। परिवहन मंत्री ने कहा कि शहर में ई-रिक्शा, दो व चार पहिया और इलेक्ट्रिक बसों को चार्ज करने में कोई परेशानी हो, इसको देखते हुए हर पेट्रोल पंप पर चार्जिंग स्टेशन बनाए जाएंगे, इसको लेकर पेट्रोलियम मंत्रालय से बात हो चुकी है। मंत्री ने कहा कि बनारस से गाजीपुर, मऊ, बलिया समेत अन्य शहरों के लिए परिवहन विभाग ने परमिट दिया है, उनकी समस्याओं को हमें दूर करना होगा। विभागीय अधिकारियों से आख्या लेने के बाद डीएम को स्टैंड के लिए जमीन उपलब्ध कराने को कहा गया है।