रेवतीपुर। जीवनदायिनी गंगा इस समय मुश्किलों और मुसीबतों की बाढ़ ला दी हैं। पिछले एक हफ्ते से गंगा में आई भयानक बाढ़ जनपद के लाखों लोगों के लिए परेशानी का सबब बना है। बाढ़ का ये कहर लोगों की नींद हराम कर दिया है। आलम यह है कि रेवतीपुर मां कामाख्या धाम बाईपास रोड पर बाढ़ का पानी लग गया है।

गाजीपुर में गंगा खतरे के निशान को छूने के लिए आतुर है हैं। बाढ़ का पानी आ जाने के चलते बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में हजारों लोगों का जन जीवन पूरी तरह अस्त व्यस्त हो जाता है। रेवतीपुर के कई इलाकों में गंगा का पानी बढ़ने से लोगो के लिए आफत बना हुआ है। ग्रामीण इलाकों में कई गांव के बाहर बाढ़ का पानी आने के वजह से। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लोग अपना घर बार छोड़ कर सुरक्षित ठिकानों और राहत केन्द्र की ओर कूच करने लगे हैं। लोगों के सामने गंगा की बाढ़ मुसीबतों का सैलाब बन कर खड़ी है। पानी भरने की वजह से हालात और भी भयावह होने की आशंका नजर आ रही है। बाढ़ के दौरान शासन प्रशासन की ओर से कोई भी व्यवस्था नहीं किया गया है । ऐसे में गंगा का सैलाब लोगों के सामने एक विकराल समस्या की तरह खड़ा नजर आ रहा है। बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्र रेवतीपुर, बीरउपुर ,अठाहठा ,हसनपुरा, नगदिलपुर के लोगो को होता है। इसमें सबसे ज्यादा संकट पशुओं के चारे की हो गयी है। गावँ के चारों तरफ से बाढ़ का पानी घेर लिया है। जिसके चलते खेत भी डूब गए हैं ।

गंगा का पानी की लगातार बढ़ोतरी होने के चलते आने वाले दिनो में बाढ़ और भी भयावह रुप लेने की आशंका बनी हुई है। बाढ़ को देखते हुए रेवतीपुर, रामपुर बीरउपुर ,नसीरपुर, उतरौली,रामपुर,परमानंदपुर , तिलवा, गोपालपुर, आदि गांव के के सिवान में बाढ़ के चलते सैकड़ों बीघा बाजरा, ज्वार, उर्द, परवल आदि की फसल बर्बाद होने कर कगार पर है। इसको लेकर रेवतीपुर थाना अध्यक्ष राजेश बहादुर सिंह अपने हमराही संग बाढ़ ग्रस्त इलाकों का निरीक्षण करने पहुंचे। वही रेवतीपुर से मां कामाख्या धाम जाने वाली सड़क पर बाढ़ का पानी आ जाने की वजह से लोगों को आने जाने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा। वही मां कामाख्या धाम वाले रोड पर पानी आ जाने की वजह से भी पुल का अप्रोच टूट जाने की वजह से और भी खतरा बढ़ गया है। इस बाबतपुर भाजपा मंडल उपाध्यक्ष सुजीत राय ने बताया कि लगातार पानी बढ़ रहा है लेकिन प्रशासन की तरफ से कोई भी व्यवस्था नहीं किया गया है