वर्तमान सांसद वीरेंद्र सिंह ‘मस्त’ का टिकट कटा, बलिया में चुनावी हलचल तेज
बलिया। पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के नाम से देश में अपनी अलग पहचान बना चुकी बलिया लोकसभा सीट हमेशा से सुर्खियों में रही है। इस बार वर्तमान सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त का टिकट कटने के बाद एक बार फिर यह सीट चर्चा में है। इस सीट पर प्रत्याशी की घोषणा को लेकर शीर्ष नेतृत्व द्वारा चल रहे चिंतन मंथन के बाद अंततः मंगलवार को पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के बेटे राज्यसभा सांसद नीरज शेखर को भाजपा ने अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है। इसके साथ ही जिले में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है।
दो बार साइकिल पर सवार हो बलिया संसदीय सीट का प्रतिनिधत्व कर चुके हैं नीरज शेखर
सनद रहे कि वर्तमान राज्यसभा सांसद और दो बार लोकसभा में बलिया संसदीय सीट का प्रतिनिधत्व कर चुके नीरज शेखर इस बार भी बलिया लोकसभा सीट पर कमल खिलाने मैदान में उतरेंगे। भारतीय जनता पार्टी ने बुधवार को जारी सूची में उन्हें बलिया लोकसभा सीट से पार्टी का उम्मीदवार नामित किया है। नीरज शेखर को प्रत्याशी बनाने पर कार्यकर्ताओं में हर्ष का माहौल है।
पिता की मौत के बाद वर्ष 2007 के उपचुनाव में सपा से जीते थे नीरज शेखर
पूर्व प्रधानमंत्री स्व. चंद्रशेखर और दूजा देवी के द्वितीय पुत्र नीरज शेखर का जन्म 10 नवंबर 1968 जिले के इब्राहिमपट्टी गांव में हुआ था। वह एक राजपूत परिवार से ताल्लुक रखते हैं। 29 दिसंबर 2007 को उन्होंने अपने पिता व पूर्व प्रधानमंत्री स्व.चंद्रशेखर की मृत्यु के कारण हुए उपचुनाव में समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार के रूप में बलिया निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा उपचुनाव में भाग लिया और 2,95,000 से अधिक मत प्राप्त करके जीत दर्ज की थी।
2014 में भाजपा के भारत सिंह ने दी थी नीरज शेखर को पटखनी
इसके दो वर्ष बाद वर्ष 2009 में 15वीं लोकसभा के लिए वो पुनः इसी लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से चुने गए। हालांकि वर्ष 2014 के आम चुनाव में वो भाजपा के भरत सिंह से चुनाव हार गए थे। वर्ष 2014 में ही वह समाजवादी पार्टी के टिकट पर राज्यसभा सांसद चुने गए। वर्ष 2019 में उन्होंने समाजवादी पार्टी की सदस्यता छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए। उसी दिन वह भाजपा से राज्यसभा के लिए चुने गए और वर्तमान में राज्यसभा सांसद हैं।