सिकंदरपुर। इस बार एक नाबालिक बालिका दरिंदों के हवस की शिकार बनी है। यह मामला तब सार्वजनिक हुआ, जब दरिंदों ने उसका वीडियो वायरल कर दिया। घटना कुछ दिन पहले की है। घटना के बाद पीडि़त पक्ष थाने का चक्कर लगा रहे थे, लेकिन उनकी एफआईआर तक नहीं लिखी गई। थक हार कर पीडि़त पुलिस अधीक्षक के पास पहुंचे और अपनी पीड़ा सुनाई। एसपी ने मामले को गंभीरता से लिया और तत्काल मुकदमा दर्ज करने का निर्देश दिया। इसके बाद हरकत में आई पुलिस ने पीडि़ता का बयान दर्ज कर छह युवकों के विरूद्ध बलात्कार का मुकदमा दर्ज किया है। इतना ही नहीं महिला पुलिस की देख-रेख में बालिका का मेडिकल मुआयना भी कराया जा रहा है।
इलाके के एक गांव की रहने वाली एक नाबालिग बालिका बीते १४ अगस्त को घर से शौच के लिए निकली थी। वापस आते वक्त एक युवक ने उसे झांसे में लेकर और कुछ सामान घर ले जाने की बात कह एक जगह ले गया। वहां पहले से मौजूद अन्य साथियों ने मिलकर उसके साथ दुष्कर्म किया। इतना ही नहीं इस घिनौनी हरकत की उन दरिंदों ने वीडियो भी बना लिए और बालिका को धमकी दी कि अगर उसने इस बात को कहीं बताया तो यह सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल कर दिया जाएगा। लेकिन बालिका ने यह बात घर वालों को बताई। घर वाले थाने पहुंचे, लेकिन उनकी एक न सुनी गई। बाद में इसकी गुहार एसपी से की, तब जाकर पुलिस ने छह युवकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई शुरू की है। पुलिस कप्तान को दिए गए प्रार्थना पत्र में युवती ने आरोप लगाया है कि घटना की सूचना थाने पर घटना के दूसरे दिन ही दी गई थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। उधर शिकायत से नाराज दरिंदों ने बालिका के घर पहुंचकर उसे जान से मारने की धमकी देने लगे हैं। इस संबंध में सीओ सिकंदरपुर अशोक कुमार मिश्रा ने बताया कि पीडि़ता का बयान दर्ज कर मुकदमा लिख दिया गया है। आगे की कार्रवाई जारी है।