बलिया। कसेसर-कसौंडर नहर मार्ग पर झाड़ी में बुधवार को मिली युवक की लाश का राज घर वालों के कलेजे में कैद था। परिजन आत्महत्या को हत्या बताकर खुद की जवाबदेही से बचना चाह रहे थे। एसपी राजकरन नय्यर के तत्काल घटना स्थल पर धमने और इलाकाई पुलिस एवं एसओजी को एक्टिव करने के बाद महज २४ घंटे के भीतर ही घटना का खुलासा हो गया। यह जनपद पुलिस के लिए एक बड़ी कामयाबी है। पूरे क्षेत्र में युवक की हत्या से जहां दहशत पैदा हो गया था, वहीं मौत का राज खुलते ही सबने दांतों तले अंगुली दबा ली।
भीमपुरा थाना क्षेत्र के कसेसर हरिजन बस्ती निवासी विवेक की लाश बुधवार को तड़के कसेसर-कसौंडर नहर मार्ग किनारे की घनी झाडिय़ों में मिला था। उसकी शिनाख्त के बाद परिवार वालों ने उसके हत्या की आशंका जताई थी। लेकिन उन लोगों ने किसी के खिलाफ पुलिस को तहरीर नहीं दी। उधर घटना के बाद एसपी के पहुंचते ही स्थानीय पुलिस एसओजी, फोरेंसिक टीम आदि खुलासे में लग गए। पुलिस की अलग-अलग टीमों ने परिजनों से अलग-अलग बात की। मोबाइल लोकेशन ने युवक की हत्या को संदिग्ध करार दिया। कड़ाई से पूछताछ के बाद मृतक का भाई ने पूरी कहानी बता डाली। ऐसा तब हुआ जब मृतक के पिता अरविंद, भाई आकाश तथा चाचा तरूण से अलग-अलग बात की गई। आकाश ने बताया कि उसका भाई विवेक शाम को घर पर छह हजार रुपये की मांग कर रहा था। घर पर पैसा न होने के कारण सुबह देने को कहा गया था। इससे वह काफी नाराज हो गया और घर से एक रस्सी लेकर चुपचाप बाहर चला गया। रात के नौ बजे तक जब वह वापस नहीं आया, तो उसे हम लोग ढूढने लगे। इसी बीच देखा कि नहर किनारे वह बगीचे में एक पेड़ के सहारे गर्दन में रस्सी लगा लटका है। उसे जल्दी से उतारा गया, लेकिन तबतक वह मर चुका था। इसके बाद हम लोग कानूनी पचड़े में फंसने के डर से उसे कुछ दूरी पर नहर किनारे झाड़ी में फेंक कर घर चले आए। सुबह लोगों की सूचना पर हम लोग घटना स्थल पर पहुंचे।

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पुलिस को घर वालों ने नहर में फेंकी गई मोबाइल भी बरामद कराई। उन लोगों ने बताया कि आत्महत्या में प्रयुक्त की गई रस्सी भी घर की है। खुलासा करने वाली टीम में एसएचओ योगेश यादव, दारोगा रामनक्षत्र और अंबिका प्रसाद तथा स्वाट टीम के प्रभारी राम साजन नागर, राजबहादुर, सतवंत, अजीत सिंह, रामजनम यादव, अतुल सिंह, वेद प्रकाश दुबे, शशि प्रताप सिंह, राकेश यादव, विजय राय, रोहित यादव आदि शामिल रहे। इस संबंध में पुलिस कप्तान राजकरन नैय्यर ने बताया कि संदिग्ध मौत का अनावरण कर दिया गया है। जिसमें युवक द्वारा आत्महत्या के बाद परिजन फंसने के डर से उसका शव झाड़ी में फेंक कर सच्चाई एवं साक्ष्य को छुपाने की कोशिश किए थे। घटना को गलत रूप देने के आरोप में मुकदमा दर्ज कर दो लोगों को निजी मुचलके पर छोड़ दिया गया है।