बलिया। पिछले एक पखवाड़े से मौसम रह-रह के करवट बदल रहा है। झमाझम बारिश, तीखी धूप तो कभी उमस भरी रात ने जनजीवन को बेहाल कर दिया है। रविवार को सुबह से तेज धूप के कारण लोग पूरे दिन परेशान रहे। धूप के साथ दिन में उमस भरी गर्मी ने लोगों का घर में रहना मुश्किल कर दिया था। इसी बीच सायंकाल आसमान में बादलों का घेरा और गरज-तड़प के साथ झमाझम बारिश ने काफी राहत पहुंंचाई। हालांकि काफी देर तक हुई लगातार बारिश की वजह से शहर सहित ग्रामीण इलाकों में भी जगह-जगह जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो गई।
पिछले एक महीने से दो-चार दिन का फासला देकर हो रही बारिश राष्ट्रीय राजमार्ग पर चलने वालों के लिए जानलेवा साबित हो रही है। एनएच भरौली से लेकर नरहीं , चितबड़ागांव के रास्ते फेफना होते हुए जिला मुख्यालय तक की सड़क उधड़ चुकी है। सड़क के बीच एक से दो फीट तक के गड्ढे बने हुए हैं। बारिश के बाद यह गड्ढें पानी से भरने के कारण दिखाई तक नहीं देते। जिससे आए दिन छोटे -बड़े हादसे होते रहते हैं। आलम यह है कि कहीं-कहीं पूरी सड़क ही टूटी हुई है। यही हाल बलिया से कदम चौराहा, दुबहर, हल्दी , रामगढ़ होते हुए बैरिया और वहां से मांझी तक की सड़क का है। इस सड़क पर जाने से पहले लोग हजार बार सोचते हैं। सड़क बुरी तरह क्षतिग्रस्त है। कदम -कदम पर इस कदर विशाल गड्ढे बने हैं, जो जानलेवा साबित हो रहे हैं। बलिया से पचास किमी तक की यात्रा जान हथेली पर लेकर ही करते हैं।
तेज हवा के साथ रविवार को देर शाम हुई झमाझम बारिश ने काफी ठंउक पहुंचाने का काम किया। लोग बारिश के कारण काफी राहत महसूस कर रहे हैं। लेकिन धूप, उमस और बारिश के कारण वायरल बुखार से आम जनता पीडि़त है। अन्य बीमारियां भी पैर पसार रही हैं।