जौनपुर। पूर्व विधायक एवं कांग्रेस अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व चेयरमैन नदीम जावेद के गृह जनपद स्थित आवास पर उनका एक नौकर फांसी के फंदे से झूल गया। यह खबर मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई और शव को कब्जे में लेकर अन्त्य परीक्षण के लिए भेज दिया। मृतक के घर वालों की माने तो वह पिछले कई सालों से तनाव में जिंदगी जी रहा था। इसी कारण उसने ऐसा कदम उठाया है।
जौनपुर के पूर्व विधायक और कांग्रेस के राष्ट्रीय नेता नदीम जावेद के पैतृक गांव खेतासराय इलाके के पारा कमाल में दो पैतृक आवास है। परिवार के सभी सदस्य जौनपुर सिटी स्थित आवास पर रहते हैं। गांव में दोनों घरों की देखरेख का जिम्मा ओमप्रकाश राजभर ही करता था। चालीस वर्षीय ओमप्रकाश पिछले दो साल से काफी तनाव में था। उसका मुंबई सहित कई जगह उपचार कराया जा चुका है, लेकिन उसकी मानसिक स्थिति अभी भी ठीक नहीं थी। रविवार की सुबह वह घर से आया और पूर्व विशायक के आवस को खोलकर उसकी साफ-सफाई के बजाए अंदर जाकर एक पंखे से लटक कर आत्महत्या कर लिया। इसकी जानकारी जब उसका बेटा वहां पहुंचा तो घर वालों को दिया।