मिशन 2022 : बैरिया विस में 24 लोग कर रहे टिकट की दावेदारी, स्थानीय उम्मीदवार को दें टिकट…

बलिया। जिले के पूर्वी छोर पर स्थित समाजवाद के अग्रज व सम्पूर्ण क्रांति के प्रणेता रहे जयप्रकाश नारायण के पैतृक गांव जयप्रकाशनगर सिताबदियारा को कौन नहीं जानता ? यहीं से समाजवाद का जन्म हुआ था। आज उसी गाँव के समाजसेवी व सपा के वरिष्ठ नेता सूर्यभान सिंह ने अपने पार्टी में एक बार फिर समाजवाद लाने के लिए अपना विचार पत्रकारों के समक्ष रखा।जिसमें बताया कि समाजवादी पार्टी के लिए ‘मिशन 2022’ बैरिया विधानसभा में कुल 24 प्रत्याशियों ने टिकट की दावेदारी की है ।


जिसमे सभी टिकटार्थी कहीं न कहीं अपना -अपना व्यवसाय करके सम्पन्न है। सभी टिकट की दावेदारी इसलिए कर रहे है कि जीतकर विधायक बनकर लखनऊ पहुँचे, यह समाजवाद नहीं है। कहा कि मुझे टिकट नहीं चाहिए, कोई भी मुझसे इस बात का इकरारनामा लिखवा सकता है। लेकिन मैं समाजवादी पार्टी का सदस्य होने के नाते यह कहना चाहता हूँ कि मेरे विधान सभा क्षेत्र का किसी गाँव का किसी जाति के गरीब युवक को टिकट दिया जाए और हमारे पार्टी के नाम पहले से करीब 45 हजार मत सुरक्षित है। शेष हम सभी टिकटार्थी मिलकर उस गरीब युवक को आर्थिक शारीरिक व मानसिक रूप से एक होकर उस युवक को बैरिया विधानसभा का ताज पहनाकर अखिलेश यादव के यहाँ पहुँचाने.का काम किया जाए।

तब पार्टी के मुखिया बैरिया के समाजवादियों की इस व्यवस्था से बहुत खुश होंगे। इस समाजवाद से पार्टी के तमाम लोगों को सिख मिलेगी। इससे हमारी पार्टी के श्री अखिलेश यादव पुनः उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री की कुर्सी पर आसीन होंगे और मिशन 2022 पूरा होगा ।
यह भी कहा कि बैरिया विधानसभा अपने आप में खास मायने रखता है। यहां की ऊर्जावान धरती ने एक से एक वीरों को जन्म दिया और यहीं से समाजवाद की रोशनी पूरे समाज को प्रकाशित करती है। फिर हमें दूसरे क्षेत्र के प्रत्याशी को टिकट क्यों ? यह वह महान धरती है, जो कौशल किशोर सिंह, समाजवाद के अग्रज लोकनायक जयप्रकाश नारायण तथा समाजवाद का नाम उजागर रखने वाले छोटे लोहिया जनेश्वर मिश्रा, डा. बलदेव उपाध्याय, पंडित रामानन्द पाण्डेय, बनवारी राम, ठाकुर मैनेजर सिंह आदि लोगों को जन्म दिया। फिर भी बैरिया विधानसभा की इस धरती पर किसी ‘बाहरी’ व्यक्ति को मिशन 2022 विधानसभा चुनाव में टिकट देकर अवसर देना यहां के महान विभूतियों का अपमान होगा। क्या यहां के लोग समाजवादी नहीं, क्या यहां के लोग ऊर्जावान नहीं ।

उन्होंने यह भी कहा कि मैं समाज सेवा करने का जज्बा समाजवाद के अग्रज रहे मेरे गाँव के लोकनायक जयप्रकाश नारायण से सीखा हूँ। उन्हीं के विचारों के अनुसार मैं इस समाज को देखता हूं। मैं पार्टी के आजीवन सदस्य होने के नाते यह कह सकता हूं कि समाजवाद एक पवित्र सिद्धांत है। इस पर चलना बहुत ही कठिन कार्य है। लेकिन समाज की रक्षा के लिए मैं अपने पूरे जीवन काल तक जरूरतमंदों के सहयोग को समाजवाद के सिद्धांतों के अनुसार अनुपालन करता रहूंगा। क्योंकि मैंने गरीबी को बहुत करीब से देखा है। लेकिन सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव बैरिया विधानसभा का टिकट किसी बाहरी व्यक्ति को न देकर स्थानीय उम्मीदवार को दें।

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