लखनऊ। मऊ के बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी की दिनों दिन मुश्किलों बढ़ती जा रही हैं। बांदा जेल में बंद विधायक मुख्तार अंसारी की तबीयत सोमवार को अचानक बिगडऩे लगी। चिकित्सक की रिपोर्ट पर मुख्तार को आनन-फानन में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पंजाब के रोपण जेल से आने के बाद यह पहला मौका है, जब मुख्तार अंसारी को जेल से बाहर निकाला गया है। अन्यथा पिछले एक माह के अंदर आधा दर्जन मामलों में कोर्ट ने आनलाइन सुनवाई की है। एक मामले में मुख्तार अंसारी पर आरोप भी तय हुआ है, वहीं कई मामलों में जमानत अर्जी खारिज कर दी गई है।
इन दिनों बांदा जेल में सलाखों के पीछे बंद मुख्तार अंसारी की तबीयत मंगलवार की दोपहर अचानक खराब हो गई। हालत बिगडऩे पर चिकित्सक की सलाह पर उन्हें तत्काल बांदा मेडिकल कालेज ले जाया गया। मुखतार अंसारी को वहां भर्ती कराया गया है। लेकिन मुखतार अंसारी को कया हुआ है, यह बताने को कोई भी तैयार नहीं है? उन्हेंक्या परेशानी है इसकी जांच कराई जा रही है। सनद रहे कि पंजाब के रोपण जेल से यूपी के बांदा जेल में अप्रैल माह में मुख््तार अंसारी को लाया गया था। तब से वह जेल की चहारदीवारी में कैद है। इस बीच मऊ, आजमगढ़, प्रयागराज, बाराबंकी की कोर्ट में उसकी पेशी वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से हुई।

देखा जाए तो पांच महीने में पहली बार मुख्तार को जेल से बाहर बीमार होने पर ले जाया गया है। मंगलवार की सुबह मुख्तार अंसारी की तबीयत बांदा जेल के बैरक बिगड़ी तो पहले जेल अस्पताल में भर्ती कराया गया। लेकिन यहां हालात में सुधार न होने पर मुख्तार अंसारी को मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। उक्त कार्रवाई से आला अफसरों को अवगत करा दिया गया है। इसके बाद कुछ ही देर में सुरक्षा गारद जेल पहुंची और मुख्तार को मेडिकल कॉलेज में ले जाकर भर्ती कराया गया है। मेडिकल कालेज पर पुलिस एवं पीएसी का कड़ा पहरा लगा हुआ है। मेडिकल कालेज पुलिस छावनी में तब्दील है।