बलिया में एनडीआरएफ ने मोर्चा संभाला, 42 को बहने से बचाया..

बलिया। गंगा नदी के बढ़ते जलस्तर के कारण सदर तहसील के कई गांव जलमग्न हो गए है और लोगों में त्राहि-त्राहि मची हुई है। जिला प्रशासन के निर्देश पर जिले में बाढ़ से राहत व बचाव के लिए इंस्पेक्टर डीपी. चंद्रा के नेतृत्व में एनडीआरएफ की 30 सदस्यीय टीम ने बाढ़ की पानी की जद में आए शहर के शनिचरी टोला एवं निहोरानगर में बिना देरी किए रेस्कू ऑपरेशन प्रारंभ कर दिया गया।


राहत- बचाव अभियान में किसी भी तरह की जान व माल की हानि नहीं हुई है। सभी फंसे हुए लोगों को एवं पशुओं को सुरक्षित निकाला जा रहा है। अभी तक की मिली सूचना के अनुसार एनडीआरएफ की टीम ने सकुशल तरीके से 42 लोगों को तेज़ धारा में बहने से बचा लिया है। जिसमें 39 पुरुष,03 महिलाएं शामिल थीं। इसके साथ ही मवेशियों को भी बचाया गया। मौके पर मौजूद स्थानीय लोगों ने भी बचाव अभियान में अपना योगदान दिया. प्रशासन की चुस्ती और एनडीआरएफ की त्वरित कार्यवाही के कारण लोगों को सुरक्षित निकाल जा रहा है।

जिला प्रशासन और स्थानीय लोगों द्वारा एनडीआरएफ के इस साहसिक कार्य की खूब प्रशंसा की जा रही है। एनडीआरएफ के इस्पेक्टर डीपी. चंद्रा ने बताया कि नदियों के बढ़ते जलस्तर के कारण उत्तर प्रदेश के कई जिले जैसे जालौन, इटावा, औरैया आदि जिले बाढ़ से प्रभावित हुए है। उसी को ध्यान में रखते हुए बलिया में एक टीम तैनात की गई है। आज सुबह जिला प्रशासन के द्वारा खबर दिया गया की सदर तहसील के दो टोले शनिचरी मंदिर व निहोरा नगर में पानी का जलस्तर बढ़ने के कारण पानी घरों में घुस गया है और वहां के लोगों को बाहर निकालने की जरूरत है। जिसके आधार पर एनडीआरएफ की टीम यहां पहुंची है और सुबह से ही रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही है। शहर समेत जिले में अब धीरे-धीरे बाढ़ का खतरा बढ़ता जा रहा है।

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