वाराणसी। एक गर्भवती महिला के ऑपरेशन के दौरान डॉक्टरों की लापरवाही सामने आई है। महिला के पेट में औजार छूटने से असहनीय दर्द होने लगा। अल्ट्रासाउंड के बाद दोबारा आपरेशन करने पर उसकी मौत हो गई। इससे आक्रोशित परिजनों ने चिकित्सक एवं कर्मचारियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया है। मामला काशी के एक निजी अस्पताल का है। इससे डाॅक्टरों पर सवाल उठने लगा है।
वाराणसी के चौबेपुर निवासी रम्मन प्रसाद मौर्या की पत्नी राधा देवी को प्रसव पीड़ा होने पर उसे कादीपुर के परमहंस अस्पताल में भर्ती कराया गया। अस्पताल में ऑपरेशन से राधा ने एक बच्चे को जन्म दिया। रम्मन ने बताया कि एक हफ्ते तक डाॅक्टरों ने अस्पताल में पत्नी को रखा। पत्नी को डिस्चार्ज होने के तीसरे दिन फिर पेट में तेज पीड़ा हुई, तो फिर परमहंस अस्पताल ले जाया गया।अस्पताल से दवा देकर घर भेज दिया गया। पत्नी के पेट का दर्द जब ठीक नहीं हुआ तो उसे वाराणासी ले जाया गया। डाॅक्टरों ने एक्स-रे कराया तो पता चला कि ऑपरेशन के दौरान गर्भाशय में कपड़ा और ऑपरेशन का अन्य सामान छूट गया हैं।एक्सरे होने के बाद महिला का इलाज शुरू किया गया और इलाज के दौरान महिला की मौत हो गई।
इस मामले को लेकर चौबेपुर प्रभारी निरीक्षक का कहना है कि पीड़ित की शिकायत पर अस्पताल के मालिक और स्टाफ के खिलाफ 304-A में मुकदमा दर्ज किया गया है और छानबीन शुरू कर दी गई है।