अब बीएसए की बारी !

बीएसए के चहेते जिला समन्वयक पर कार्रवाई, पद से हटे..
बलिया। विलंब से सही, लेकिन एक बार फिर जनपद के शिक्षक संगठनों की जीत हुई। विभिन्न शिक्षक संगठनों ने बीएसए दफ्तर पर 21 से 25 अक्टूबर तक चार दिवसीय धरना दिया था। जिसमें बेसिक शिक्षा अधिकारी को तत्काल हटाए जाने एवं उनके चहेते जिला समन्वयक पर कार्रवाई करने की मांग मुख्य थी। तब आंदोलन को शांत करने के लिए सूबे के मंत्री एवं विधायक ने हस्तक्षेप करते हुए त्वरित कार्रवाई का आश्वासन दिया था। इसके बाद कुछ दिनों तक मामले को टालने का प्रयास जारी रहा। लेकिन शिक्षक संगठन अपनी मांगों पर अडिग रहा।जिसके फलस्वरूप विभाग जिला समन्वयक सामुदायिक सहभागिता नुरुल हुदा के खिलाफ तो कार्रवाई कर दी गई, लेकिन बीएसए अब भी कुर्सी पर तैनात हैं। बेसिक शिक्षा अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई होने तक शिक्षक संगठन शांत नहीं बैठेगा। उधर जिला समन्वयक को पद से हटाते हुए मूल स्थान पर वापस भेजा गया है। इससे सभी शिक्षक संगठनों में जीत की खुशी है।
बेसिक शिक्षा अधिकारी एवं उनके चहेते जिला समन्वयक नुरुल हुदा के खिलाफ लंबे समय से आंदोलन चल रहा था। विभागीय कर्मचारी एवं शिक्षकों में बीएसए और जिला समन्वयक की भ्रष्ट कार्यप्रणाली से काफी नाराजगी थी। इसे लेकर उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के साथ ही जनपद के विभिन्न शिक्षक संगठनों ने मजबूर होकर बीएसए व जिला समन्वयक के खिलाफ कई दिनों तक आंदोलन एवं धरना प्रदर्शन किया था। प्राशिसं के जिला अध्यक्ष जितेंद्र सिंह ने कुछ दिन पहले चेतावनी दी थी कि भ्रष्टाचार एवं वित्तीय अनियमितता में लिप्त बेसिक शिक्षा अधिकारी एवं जिला समन्वयक के विरुद्ध अगर कार्रवाई नहीं हुई, तो शिक्षक संगठन आर-पार की लड़ाई लड़ने के लिए मजबूर होगा। शिक्षक नेता की चेतावनी के बाद विभागीय अधिकारी एवं शिक्षा मंत्री ने इसे गंभीरता से लेते हुए नुरुल हुदा को उनके मूल विभाग में वापस भेज दिया है। चर्चित जिला समन्वयक सामुदायिक सहभागिता के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई से शिक्षक संगठन में खुशी व्याप्त है।

बीते 21 अक्टूबर 2021 को बीएसए एवं जिला समन्वयक नुरूल हुदा के खिलाफ जनपद के विभिन्न शिक्षक संगठनों की मौजूदगी में चार दिवसीय आंदोलन चला था। इस आंदोलन के बाद सूबे के मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला एवं बैरिया विधायक सुरेंद्र सिंह ने शिक्षकों की मांगों को हर हाल में पूरा करने का आश्वासन दिया था। लेकिन इसमें काफी विलंब हुआ।
बता दें कि राजकीय इंटर कॉलेज बलिया में सहायक अध्यापक उर्दू के पद पर तैनात नुरुल हुदा को वर्ष 2019 मैं बेसिक शिक्षा विभाग में तैनात किया गया। उन्हें जिला समन्वयक सहभागिता के पद पर तैनाती दी गई। जिला समन्वयक के रूप में नुरुल हुदा बेसिक शिक्षा विभाग में छात्रों के यूनिफॉर्म एवं शिक्षकों के प्रशिक्षण का कार्य लंबे समय से देखते आ रहे थे। शिक्षक संगठनों का आरोप है कि जिला समन्वयक इन कार्यों में काफी अनियमितता करते थे।
जिला समन्वयक को हटाने एवं शिक्षक संगठनों की जीत पर प्राशिसं के जिला अध्यक्ष जितेंद्र सिंह ने कर्मचारी संयुक्त परिषद की जिलाध्यक्ष सत्या सिंह, मंत्री वेद पांडेय, सीनियर बेसिक शिक्षक संघ के सुशील कुमार पांडे कान्ह जी, शिक्षामित्र संगठन के पंकज सिंह, अखिलेश सिंह के साथ ही संजय कुंवर, बृजेश सिंह, अनिल गुप्ता आदि को बधाई दी है।

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