मऊ। यूपी के मऊ जिले में घोसी लोकसभा से बसपा सांसद अतुल राय के खिलाफ रेप का केस दर्ज कराने वाली युवती और उसके गवाह दोस्त द्वारा बीते सोमवार को सुप्रीम कोर्ट के सामने आत्मदाह की कोशिश के बाद मामला एक बार फिर से गरमा गया है। दोनों का इलाज फिलहाल अस्पताल में चल रहा है। वहीं घटना के बाद दुष्कर्म के आरोप में पहले से ही जेल में बंद अतुल राय की मुश्किलें एक बार फिर बढ़ती नजर आ रही है।

मूतल: बलिया जिले की रहने वाली युवती वाराणसी के उदय प्रताप कालेज की पूर्व छात्रा है। उसने एक मई २०१९ को लंगा थाने में अतुल राय के खिलाफ दुष्कर्म सहित अन्य आरोपों में मुकदमा दर्ज कराया था। मऊ जिले की घोसी लोकसभा से सांसद का चुनाव जीतने के बाद २२ जून २०१९ को लंका थाने में अतुल राय के खिलाफ दुष्कर्म सहित अन्य आरोपों में मुकदमा दर्ज कराया था। मऊ जिले की घोसी लोकसभा से सांसद का चुनाव जीतने के बाद २२ जून २०१९ को अतुल राय ने पुलिस को चकमा देकर वाराणसी की अदालत में समर्पण कर दिया था। उसके बाद तअतुल राय तभी से दुष्कर्म के आरोप में जेल में बंद है। फिलहाल, वह प्रयागराज की नैनी सेंट्रल जेल में हैं।

युवती का आरोप, वाराणसी पुलिस उसे चरित्रहीन बनाने में जुटी
पीडि़त युवती ने आरोप लगाया कि अतुल राय को बचाने के लिए वाराणसी की पुलिस उसी को चरित्रहीन बता रही है। पुलिस इस मामले में प्रभावी कार्रवाई करने के बजाय उसे ही घेरने के चक्कर में लगी हुई है। इसमें वाराणसी के पूर्व एसएसपी अमित पाठक, निलंबित डिप्टी एसपी अमरेश सिंह बघेल, दारोगा संजय राय और जजों की अहम भूमिका है। उत्तर प्रदेश की पुलिस और न्याय व्यवस्था पर उसे भरोसा नहीं है। उसके साथ कभी भी कोई अनहोनी हो सकती है। दोनों को वाराणसी और उत्तर प्रदेश में खतरा है।