बलिया। फेफना विधानसभा क्षेत्र अब भी चर्चा में है। रहेगा क्यों नहीं,यह राजनीति के बड़े अखाड़ेबाजों का हमेशा से गढ़ रहा है। इस विस में टिकट को लेकर अब भी उहापोह बरकरार है। लुहार के हथोड़े की तरह एक सवाल बराबर लोगों के दिमाग पर अघात कर रहा है और वक्त के साथ इसका इलाज नहीं मिल रहा है।

आखिरकार अंदर ही अंदर पक रहे इस सवाल को मीडिया के माध्यम से दल के जिलाध्यक्ष राजमंगल यादव के सामने जब परोसा गया, तो उनका दो टूक जवाब था। इस बार दलबदलूओं को पार्टी नेतृत्व किसी भी कीमत पर टिकट नहीं देगी।
यह सुनने के बाद यह चिंता स्वाभावित है कि उनका कया होगा, जो राजनीतिक फसल तैयार करने में कई सालों से रात-दिन एक किए हुए हैं। उसे सींचने से लेकर खाद-बीज डालने का काम भी नेतागणों ने किया है? पूर्व मंत्री अंबिका चौधरी के दल बदलने के बाद कई नेताओं ने इस उम्मीद में फेफना विस क्षेत्र में पार्टी की मजबूती से सेवा की और जनता के बीच गहरी पैठ बनाई, ताकि समय आने पर वह अपनी फसल काट सकें। अब एक ही विधानसभा में कई दिग्गजों के नाम आने लगे हैं। ऐसे में इस बार फेफना विधानसभा सीट के लिए सपा किसे टिकट देगी, यह कहना मुश्किल है ? हालांकि अभी पार्टी नेतृत्व ने सबको मैदान में डटे रहने एवं सियासी क्रीच पर खुलकर बैटिंग और फील्डिंग करने को कहा है।

जिलाध्यक्ष राजमंगल यादव ने कहा कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश सिंह यादव का सख्त निर्देश है कि इस बार दलबदलुओं को सपा टिकट नहीं देगी। दूसरी बात पार्टी उन पर ही भरोसा करेगी, जो पार्टी के लिए पूरी आस्था निष्ठा के साथ विपरित समय में साथ खड़े रहे हैं। कहा कि जनपद की सभी सीटें इस बार सपा की झोली में जाएगी। इसके लिए अभी से तैयारी चल रही है। विधानसभावार एवं बूथवार संगठन को सक्रिय करने का कार्य चल रहा है।