वक्त- ए-वीरवलनामा: दल में आते ही दुश्मन भी दोस्त बने…

बलिया। ये क्या ! बड़ी-बड़ी कुछ हस्तियां, तमाम भारी भरकम और वजनदार लोग, जो कुछ दिन पहले तक दूसरी कतार में खड़े थे और पूर्व मंत्री अंंबिका चौधरी को आंख तरेरते थे, अब उनके स्वागत की तैयारी में जी-जान से जुटे हैं। यहां दो दिन पहले से कार्यकर्ताओं की बैठक लेने से लेकर सब बेहतर करने का निर्देश दिया जा रहा हैं। सचमुच यही है वकत-ए-वीरवलनामा और सियासत का फलसफा। इन दिनों फेफना विस के लोग काफी उत्साहित हैं। बसपा से सपा में शामिल होने के बाद अंबिका चौधरी शनिवार को पहली बार बलिया आएंगे। उनके स्वागत के लिए दर्जनों द्वार बनाए गए हैं। इस कार्य में क्षेत्रीय कार्यकर्ता एवं नेता जुट गए हैं।

देखा जाए तो गणित के सिद्धांत को नकारने वाला राजनीति का फार्मूला अक्सर लोगों को हैरान और परेशान करता है। कुछ दिन पहले तक दिग्गज से लेकर दल के छोटे-बड़े कार्यकर्ता तक असमंजस में थे। लेकिन अब समाजवादी पार्टी में अंबिका चौधरी की धमाकेदार वापसी आइने की तरह साफ हो चुकी है। लेकिन सवाल यह है कि पूर्व मंत्री उन दोस्तों को कैसे अपनाएंगे, जो उनकी अब तक खिल्ली उड़ाते रहे? कभी जिनके लिए वह दिल खोलकर सबकुछ उड़ेलते थे। पार्टी में न रहने पर श्री चौधरी उन दोस्तों के व्यवहार को लेकर सालों सुलगते रहे। खुद की दोस्ती को दु:ख के दिनों में हल्का महसूस किया। इतना ही नहीं वह बार-बार खुद को कोसते भी रहे कि वक्त क्या बदला, सबकुछ बदल गया। दल छोडऩे के बाद कई अच्छे और करीबियों को खोने का तकलीफ उस समय पहुंचा था। तब उन्हें भरोसा था कि हम जहां भी जाएंगे, अपने लोग वहां तक हमारा साथ देंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ था। तब सियासत ने कुछ साल के लिए अंबिका चौधरी को डिप्रेशन के गर्त में धकेल दिया था, लेकिन घर वापसी के बाद अब काफी राहत मिली है। अपनों के बीच सुख-दुख बांटने की और खुलकर बात करने की आजादी भी मिली है। राजनीतिक पंडित कहते हैं कि सियासत में सबकुछ चलता है, इसे कभी दिल से नहीं लेना चाहिए। भरोसा दोस्ती की बुनियाद होती है। बहुत जल्द सबकुछ पटरी पर आ सकता है। सबसे बड़ा बलवान वक्त होता है। इसकी मार सबको झेलनी ही पड़ती है। पुरानी बातों को भूल अच्छे दिन की शुरुआत करनी है। अब आमने-सामने रहने वाले दुश्मन भी दोस्त बन गए हैं और घर वापसी के बाद चारो तरफ जश्र का माहौल है।

इनसेट…
अंबिका चौधरी का आगमन आज, स्वागत की तैयारी…
बलिया। प्रदेश के दिग्गज नेता अंबिका चौधरी का आगमन शनिवार को बलिया में होने जा रहा है। गाजीपुर-बलिया के बार्डर पर कोटवा नारायणपुर में उनका मुख्य स्वागत द्वार बनाया गया है। सबसे पहले यहां उनका भव्य स्वागत होगा, इसके बाद नसीरपुर मठिया में कार्यकर्ता उनका स्वागत करेंगे। वहां से मां मंगला भवानी मंदिर, माता अन्नपूर्णा देवी एवं आदिशक्ति माता दुर्गा के दर्शन-पूजन कर आगे के लिए रवाना होंगे। सरयां गांव में भी उनका भव्य स्वागत करने की तैयारी चल रही है। इसके बाद कदम-कदम पर स्वागत द्वार बनाए गए हैं। उजियार, भरौली, गोविंदपुर, सोहांव, सुरहीं, लक्ष्मणपुर से लेकर फेफना तक कार्यकर्ता फूल-मालाओं से उनका स्वागत करेंगे। फेफना सपा कार्यालय से अंबिका चौधरी का कारवां सीधे बलिया सपा कार्यालय पहुंचेगा। वहां सपा जिलाध्यक्ष के नेतृत्व में पार्टी के दिग्गज नेता एवं कार्यकर्ता उनका स्वागत करेंगे।

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