बलिया। उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक के संयोजक/अध्यक्ष जितेंद्र सिंह ने कहा कि प्राशिसं के नेतृत्व में शिक्षकगण अपनी २१ सूत्रीय मांगों को शासन से मनवाकर ही शांत होंगे। इन मांगों में शिक्षकों, कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन, शिक्षामित्रों की स्थाई नियुक्ति एवं सम्मानजनक मानदेय, अनुदेशक को सम्मानजनक मानदेय, विशेष शिक्षक को सम्मानजनक मानदेय, रसोईयों को दस हजार रुपये मानदेय दिलवाकर ही रहेंगे।
अब सरकार फूट डालो राज करो की अग्रेंजो ंकी नीति पर चलने वाली सरकर को हम चलने नहीं देंगे। अब हमारी मांगे मानी जाएगी अथवा सरकार चली जाएगी। जितेन्द्र सिंह ने कहा कि हमारा धरना पूरे जनपद में और सभी ब्लाकों व नगर क्षेत्र में भी सफल रहा। आगे जैसा निर्देश प्रांतीय संगठन का होगा हम उसमें बढ़चढ़ कर हिस्सा लेंगे।

सहसंयोजक अजय मिश्र ने कहा कि यह शिक्षकों और कर्मचारियों के विरोधी सरकार है। इसका काम ही है कि हमें मिलने वाला लाभ कम करो और छीन लो। पहले पेंशन छीना, फिर महंगाई भत्ता डेढ साल रोके रखा, इसके बाद श्क्षिक व कर्मचारियों को दिया भी गया तो केवल वर्तमान का दिया गया। डेढ साल का महंगाई भत्ता रोक लिया। यह झूठी सरकार है। इसने १६२१ मृत शिक्षकों को तीन बताया। अंतत: संघ के दबाव में फिर १६२१ माना।

