जीवित्पुत्रिका व्रत की खुशी मातम में बदली, एक नजर में देखें घाट का मातमी संन्नाटा व एनडीआरएफ की तलाश..

बांसडीह। बुधवार को तहसील के राजागांव खरौनी अंतर्गत कुडिय़ा घाट बेटे की लंबी उम्र के लिए निर्जला व्रत करने वाली व्रती महिलाओं से अटा पड़ा था। जीवित्पुत्रिका व्रत के दौरान सायंकाल हजारों की संख्या में महिलाएं स्नान करने पहुंची थी। मंगल गीत गाए जा रहे थे। चहुओर व्रत का उत्साह एवं उल्लास दिखाई दे रहा था। इसी बीच एक साथ पांच बच्चियों के डूबने की खबर ने सरयू नदी के घाट को मातमी सन्नाटे में तब्दील कर दिया। घाट पर कुछ देर के लिए अफरा-तफरी का माहौल कायम हो गया। सभी अपने-अपने बच्चों एवं बच्चियों की खोजबीन में जुट गए। इसी बीच कुछ तैराकों ने हिम्मत जुटाकर नदी की तेज धार से तीन बच्चियों को किसी तरह बचाया। लेकिन दो डूब गई। दूसरे दिन सुबह से ही नदी तट पर एनडीआरएफ की टीम के साथ प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों तथा इलाके की जनता जुटी हुई थी। पूरा नजारा देखें..


-बांसडीह से रविशंकर पांडेय की रिपोर्ट..

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