गाजीपुर। शुक्रवार को सैनिक रामनिवास का पार्थिव शरीर गाजीपुर पहुंचा। इसके पल के इंतजार में पहले से मौजूद युवा एवं ग्रामीणों ने सैनिक के सम्मान मे नारे लगाने शुरू कर दिए। जब तक सुरज चांद रहेगा, रामनिवास तेरा नाम रहेगा…। इसके बाद करवां बढ़ता गया और कासिमाबाद तहसील अंतर्गत सैनिक के पैतृक गांव जलालपुर तक जाते-जाते पूरी सड़क भीड़ से अटी पड़ी थी। इस दौरान पुलिस प्रशासन द्वारा गांव में तथा पूरे मार्ग पर सुरक्षा के पुखता इंतजाम किया गया था।
कासिमाबाद थाने के जलालपुर निवासी सेना के जवान रामनिवास का पार्थिव शरीर लेकर सेना के जवान जब गांव पहुंचे, तो शव देखते ही परिवार के लोग लिपटकर विलाप करने लगे। इस दौरान अंतिम दर्शन के लिए ग्रामीणों की भीड़ उमड़ पड़ी। सैनिक को अंतिम विदाई देने के लिए हजारों की तदाद में लोग पहुंचे थे। जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों सहित अन्य लोगों ने नम आंखों से जवान को श्रद्धां सुमन अर्पित किया। सेना केजवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया। इसके बाद भारत माता की जय.. आदि गगनभेदी नारों के साथ अंतिम यात्रा घर से निकाली गई। नगर के श्मशान घाट पर सैनिक का अंतिम संस्कार किया गया। इस यात्रा में क्षेत्र के सैकड़ो नौजवान दो पहिया एवं चार पहिया वाहनों से तिरंगा ध्वज के साथ शामिल थे। भारत माता की जय आदि गगनभेदी नारों के साथ चल रहे थे। पार्थिव शरीर लेकर पठानकोट से आए एनएसजी कमांडो शिवम भारद्वाज, राजकुमार के साथ ही पूर्व मंत्री सादाब फातिमा, पूर्व वीसी प्रोफ़ेसर हरकेश सिंह, सपा विधानसभा अध्यक्ष जयहिंद यादव, कमलेश यादव, महेंद्र चौहान, गुड्डू यादव, रईस अंसारी, शिवकुमार यादव, उप जिलाधिकारी कासिमाबाद भारत भार्गव, तहसीलदार विराग पांडेय, प्रभारी थानाध्यक्ष फूलचंद पांडेय सहित उपस्थित सैकड़ों लोगों ने श्रद्धांजलि अर्पित किया।