भीमपुरा। न्याय के लिए डेढ़ साल से भटक रही एक युवती का एफआईआर रविवार को अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति आयोग के हस्तक्षेप के बाद दर्ज किया गया है। उसका आरोप है कि वह घर में अकेली थी, उसी समय एक लड़का अंदर घुस आया और उसका मुंह कपड़े से बांधकर उसकी अस्मत लूट ली। इसके बाद शादी का झांसा देकर दिल्ली ले गया और युवती की इज्ज़त लूटती रही। फिर घर से निकाल दिया। उसी समय से भीमपुरा पुलिस एफआईआर लिखने में आना-कानी कर रही थी। करीब डेढ वर्ष बाद इस मामले में मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोपी के खिलाफ दुष्कर्म, धोखाधडी , अनुसूचित जाति – जनजाति नृशंसता निवारण अधिनियम सहित विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ है।
भीमपुरा थाने के एक गांव की रहने वाली युवती ने तहरीर में कहा है कि मैं जब घर में अकेली थी, तो नगरा थाने के खनवर नेवादा निवासी अखिलेश उर्फ पिंटू ने मेरे घर में घुस कर अपने गमछे से मेरे मुंह को बांध कर मेरे साथ दुष्कर्म किया। मैंने जब इसका विरोध किया, तो मेरी गर्दन पर चाकू से वार करना चाहा, उसके बाद घर से भागते समय धमकी भी दी कि यदि घटना के बारे में तुमने किसी से भी बताया तो तुम्हें व तुम्हारे परिवार को जान से मरवा देंगें। अपने साथ घटित घटना को अपनी मां एवं परिवार वालों से बताई तो वे लोकलाज व आरोपी युवक की धमकी के भय से पहले उससे बात की। तब अखिलेश ने मुझसे शादी करने का आश्वासन देकर मुझे अपने साथ दिल्ली लेकर चला गया। मुझसे शादी का झांसा देकर मेरे साथ शारीरिक संबंध बनाता रहा। इसके बाद हम दोनों के बीच बच्चा पैदा होने को हुआ तो अखिलेश मुझे घर ले आया। जब उसके परिजनों को यह पता चला, तो जबरदस्ती गर्भपात कराने के लिए दिन रात मारता- पीटता व जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करता था। इतना ही नहीं मुझे मानसिक व शारीरिक रुप से प्रताडि़त करता रहा व जान से मारने का प्रयास कर मेरे पेट के बच्चे का एबार्सन करा दिया। इसके बाद पूरा परिवार मिलकर मुझे अपने साथ नहीं रखना चाहते हैं। इस संबंध में एसएचओ योगेश यादव ने बताया कि मामले में आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करते हुए जांच की जा रही है। जांच के बाद आगे की कार्रवाई होगी।