प्राथमिक विद्यालयों में स्मार्ट फोन, इंटरनेट व लैपटाप की नहीं है सुविधा, छात्रों का विवरण आनलाइन फीडिंग में आ रही बाधाएं..

यूनीफार्म, स्वेटर, स्कूल बैग एवं जूता-मोजा का पैसा अब छात्र/छात्राओं के माता-पिता के खाते में सीधे भेजा जाएगा
बलिया।
उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ ने छाऋ-छात्राओं के विवरण की आनलाइन फीडिंग में आने वाले समस्याओं से शासन को अवगत कराया है। संघ का कहना है कि अभी भी प्राथमिक विद्यालयों में स्मार्ट फोन, लैपटाप, इंटरनेट और कंप्यूटर उपलब्ध नहीं हैं। केवल ब्लाक संसाधन केंद्रों पर कंप्यूटर की व्यवस्था है, लेकिन काम का अतिरिक्त लोड होने से एक आपरेटर के भरोसे सबकुछ संभव नहीं है। इसके लिए सरकार विद्यालयों पर तकनीकी व्यवस्था मुहैया कराए।

देखा जाए तो वर्तमान समय मेंं प्राथमिक विद्यालयों में नि:शुल्क यूनीफार्म, स्वेटर, स्कूल बैग एवं जूता-मोजा खरीदने के लिए पैसा अब डीबीटी के माध्यम से सीधे छात्र/छात्राओं के माता/पिता/अभिभावक के खाते में भेजा जाना है। इसके लिए प्रदेश सरकार ने तैयारी शुरू कर दी है। एक करोड़ अस्सी लाख का बजट भी स्वीकृत किया गया है। साथ ही दो दिन के भीतर बीएसए कार्यालयों को छात्रों-छात्राओं का विस्तृत विवरण देने को कहा गया है। बेसिक शिक्षाधिकारी के निर्देश पर अब प्रदेश भर के शिक्षक छात्रों का विवरण आनलाइन फीडिंग करने में जुटे हैं।

वर्तमान समय में पूर्वांचल ही नहीं पूरे प्रदेश में बेसिक शिक्षा विभाग अंतर्गत संचालित होने वाले प्राथमिक विद्यालयों में अफरा-तफरी मची हुई है। इसका हकीकत देखना और जानना है तो वाराणसी, बलिया, गाजीपुर, मऊ, आजमगढ़, जौनपुर आदि किसी भी जिले के प्राइमरी स्कूल में चलकर देखा जा सकता है। शिक्षक छात्र और अभिभावकों का डिटेल जुटाने एवं भेजने में लगे हैं। लेकिन तकनीकी समस्याओं की वजह से वह असहाय हैं। शासन द्वारा निर्धारित समय समाप्त होने के बाद भी बहुत सारे विद्यालयों से प्रेरणा पोर्टल एवं एप के माध्यम से दी जाने वाली जानकारी अभी तक उपलब्ध नहीं कराई गई है।

बीते २३ सितंबर को शासन ने पत्र जारी कर बेसिक शिक्षाधिकारी को निर्देश दिया था कि विद्यालयों के शत-प्रतिशत छात्रों की उपस्थिति का विवरण प्रेरणा पोर्टल पर पूर्ण कर विद्यालय स्तर पर संग्रहित माता/पिता/ अभिभावकों के आधार का प्रमाणिकरण प्रेरणा एप डीबीटी मोबाइल एप के माध्यम से हर हाल में उपलब्ध करा दें। प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापकों /शिक्षकों द्वारा प्रत्येक दशा में दो दिन के भीतर इसे पूरा करने का निर्देश दिया गया था। पूरेे प्रदेश के शिक्षक/शिक्षिकाओं को यह भी निर्देश दिए गए हैं कि अगर कोई समस्या है, तो अपने उच्चाधिकारी को तत्काल अवगत कराएं।

बेसिक शिक्षा कार्यालय ने छात्रों की आनलाइन डाटा फीडिंंग का कार्य सुविधा के अभाव में धीमी गति से किया जा रहा है। अब भी विद्यालयों में स्मार्ट फोन, लैपटाप, कंप्यूटर एवं इंटरनेट सुविधा न होने से परेशानियों को सामना करना पड़ रहा है। कई कार्य अधूरे हैं। प्रादेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के संयोजक/जिलाध्यक्ष जितेंद्र सिंह एवं सह संयोजक अजय मिश्र का कहना है कि तकनीकी कार्यो के लिए शिक्षकों को उचित प्रशिक्षण की जरूरत है। हालांकि आनलाइन डाआ फीडिंग के लिए प्रत्येक ब्लाक संसाधन केंद्रों पर कंप्यूटर आपरेटर नियुक्त किए गए हैँ। लेकिन विभाग द्वारा कार्य की अधिकता के कारण अतिरिक्त कंप्यूटर आपरेटर की नियुक्ति जरूरी हो गई है। इस कार्य में कई तरह की बाधाएं आ रही है। इसे बिना सुविधा मुहैया कराए दूर नहीं किया जा सकता।

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