बलिया/.मऊ। अपने नानी के घर आए दो अबोध बालक एवं उनका एक साथी शुक्रवार की सुबह पानी से भरे गड्ढ़े में डूब गए। घर वाले उनकी घंटों खोजबीन करते रहे, लेकिन कहीं अता-पता नहीं चला। सायंकाल दो का शव गड्ढे में उतराया दिखाई दिया, इसके बाद वहां सैकड़ों लोगों की भीड़ इक_ी हो गई। शव देखने के बाद परिजन दहाड़े मारकर रोने लगे। इसी बीच ग्रामीणों ने घटना की सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को बाहर निकलवाने के बाद पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

जिले के कोपागंज थाना क्षेत्र के यूसुफपुर गांव में शुक्रवार की सुबह शौच के लिए गए तीन मासूम बालकों के पानी भरे गड्ढे में डूबने की खबर ने सबको झकझोर दिया। घटना की जानकारी तब हुई जब गड्ढ़े के पास से कुछ लोग गुजर रहे थे और उन्होंने दो बच्चों के शवों उतराए हुए देखा। एक साथ तीन मासूम बच्चों की मौत से पूरे कोपागंज कस्बा में शोक की लहर दौड़ गई है। इस संबंध में कोपागंज थानाध्यक्ष अजय तिवारी ने बताया कि शुक्रवार को यूसुफपुर गांव के बाहर एक ईंट भ_े के पास पानी भरे गड्ढे में तीन बालकों के शव मिलने की सूचना गांव के लोगों से मिली। मृत बालकों की पहचान अरुण (०४) पुत्र अनिल निवासी चकरा, शुभम (०६) पुत्र रामशीष यूसुफपुर कोपागंज तथा हंस उर्फ अनीश (०३) पुत्र आदित्य जनपद बलिया के करनी गांव निवासी के रूप में हुआ है।

कहा कि तीनों अबोध बच्चे एक साथ सुबह शौच के लिए गांव से बाहर आए थे, जहाँ पानी भरे गड्ढे में एक बालक गिर गया और अन्य दो साथी उन्हें बचाने के प्रयास में डूब गए। सुबह का समय था और गाँव के बाहर की घटना होने के चलते बच्चों की आवाज कोई सुन नहीं सका और यह बड़ा हादसा हो गया। बताया जाता है कि तीनों शवों को गड्ढ़े से बाहर निकाल कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया हैं। उधर परिवार के लोग शव को देखने के बाद रोना-पीटना शुरू कर दिए। कोपागंज के साथ ही बच्चों के ननिहाल में भी मातम छाया हुआ है।