पुरानी पेंशन बहाली के लिए ”करो या मरो” का वक्त आ गया, डीएम दफ्तर पर धरना आज


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अधिकार मंच के जिलाध्यक्ष बोले, हक के लिए आर-पार की होगी लड़ाई..
बलिया/गाजीपुर।
सरकार की गलत नीतियों तथा दमन, शोषण और अन्याय के प्रतिरोध में पुरानी पेंशन बहाली सहित 21 सूत्रीय मांगों को लेकर कर्मचारी, शिक्षक, अधिकारी एवं पेंशनर्स अधिकार मंच गुरुवार को डीएम दफ्तर पर पूर्वांह्न 11 बजे से तीन बजे तक धरना देगा। धरना में जनपद के शिक्षक एवं कर्मचारी संगठनों सहित विभिन्न संगठन के पदाधिकारियों और कर्मचारी शामिल होंगे। डीएम दफ्तर पर धरना देने के बाद भी अगर कर्मचारियों की मांगें नहीं मानी जाती है, तो 30 नवंबर को लखनऊ में व्यापक आंदोलन होगा।
प्राशिसं एवं अधिकार मंच के जिलाध्यक्ष जितेंद्र सिंह ने कहा कि अभी तक शिक्षक/कर्मचारियों के खिलाफ हो रहे अन्याय की लड़ाई अहिंसा का पालन करते हुए लड़ा जा रहा है। क्योंकि हिंसा पशुता का नियम है, तो अहिंसा मानव-जाति का। अब सहन की सीमा पार हो रही है। शिक्षक/कर्मचारी- महत्व का तकाजा है कि हम आर-पार की लड़ाई लड़ें। जिससे सत्ता में बैठे हुक्मरानों की सोई आत्मा जाग उठे और वह इस अन्याय के लिए सोचने पर विवश हो।
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सरकार की चुप्पी के कारण शिक्षक एवं कर्मचारी समाज का स्वाभाविक तौर पर गुस्सा बढ़ता जा रहा है। कहा कि ‘गाॅंधी जी कहते थे ‘मेरे लिए अहिंसा केवल दार्शनिक सिद्धांत ही नहीं, यह मेरे जीवन का ताना-बाना है।’ लेकिन उन्हें भी अंततः ”करो या मरो” का नारा देना पड़ा। अब अधिकार मंच भी चुप रहने वाला नहीं है, अपने हक के लिए हम लड़ाई को और व्यापक रूप देंगे। जबतक हमारी मांगें पूरी नहीं होगी, तबतक सरकार के खिलाफ आंदोलन जारी रहेगा।
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देखा जाए तो पिछले कई दिनों से अधिकार मंच एवं विभिन्न संगठनों के पदाधिकारी इसकी तैयारी में जुटे हुए हैं। शिक्षक एवं कर्मचारी नेताओं के आह्वान पर सुबह से ही जिला मुख्यालय पर धरने की तैयारी चल रही है। ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र में संगठनों के पदाधिकारियों ने कर्मचारियों से संपर्क कर रैली एवं जुलूस की शक्ल में डीएम दफ्तर पहुंचने की रणनीति तक की। धरने को बड़ा आकार देने में पूरी ताकत झोंक दी है। इसके साथ ही शिक्षक एवं कर्मचारियों का शक्ति प्रदर्शन भी होगा। अधिकार मंच का एकदिवसीय धरना अपराहन 3:00 बजे समाप्त हो जाएगा। इसके बाद जिलाधिकारी को अधिकार मंच द्वारा मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपा जाएगा।
आंदोलन का नेतृत्व मंच के जिलाध्यक्ष जितेंद्र सिंह करेंगे। इसमें मुख्य रूप से राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद की जिलाध्यक्ष सत्या सिंह, महासचिव वेदप्रकाश पांडेय, प्रधान महासचिव एवं कलेक्ट्रेट कर्मचारी संघ के अध्यक्ष अनिल गुप्ता, विश्वविद्यालय, महाविद्यालय शिक्षक संघ के अध्यक्ष अवनीश पाण्डेय, शिक्षामित्र संघ के पंकज सिंह, राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के पूर्वांचल प्रभारी बृजेश सिंह, सीनियर बेसिक शिक्षक संघ के प्रांतीय उपाध्यक्ष सुशील पाण्डेय कान्ह जी, माशिसं के अरविन्द राय, कलेक्ट्रेट कर्मचारी संघ के मंत्री बृजबिहारी सिंह, पीडब्ल्यूडी विभाग के दिनेश प्रसाद, जनार्दन यादव दिनेश प्रजाति, अखिलेश सिंह शिक्षामित्र संघ जिलाध्यक्ष आदि शामिल हो आंदोलन को सफल बनाएंगे।

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