छात्रों की लाश घर पहुंचते ही गांव में पसरा सन्नाटा
गाजीपुर। रेवतीपुर थाने के दो अलग -अलग गाँव के। रहने वाले दो छात्र बीते बृहस्पतिवार को बिहार के पटना में गंगा स्नान करते समय डूब गए थे। इनकी शिनाख्त होने के बाद घटना की सूचना तत्काल परिजनों को दी गई। मौत की खबर मिलते ही घर में कोहराम मच गया। हालांकि छात्रों के नदी में डूबने के बाद बिहार पुलिस ने गोताखोरों की मदद से किसी तरह दोनों छात्रों का शव बरामद किया। फिर कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेंज दिया। इसके बाद परिजनों को देर रात शव पुलिस ने सुपुर्द कर दिया। दोनों के परिजन शव लेकर रात्रि में गाँव पहुंचे, तो छात्रों के शव को देख चारो तरफ चीख पुकार मच गई। उनकी लाश को देख परिजन रोने बिलखने लगे।
जबकि गाँव में घटना के बाद से ही सन्नाटा पसर गया है। फिर रात को ही गाँव स्थित शमशान घाट पर उनका अंतिम दाह संस्कार कर दिया गया। ग्रामीणों ने बताया कि उतरौली निवासी समर प्रताप सिंह-19 पुत्र विनय प्रताप सिंह एवं नौली निवासी मोहन वर्मा-18 पुत्र अशोक वर्मा अपने तीन अन्य नौली निवासी दोस्तों के साथ इंटर की पढाई पूरी कर पटना में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए कोचिंग कर रहे थे।
बताया कि कोचिंग के उपरांत सभी पांचों छात्र गंगा घाट पर पहुंच स्नान करने लगे। इसी दौरान तेज धारा में फंस पांचों डूबने लगे। यह देख मौके पर मौजूद मछुआरों ने किसी तरह तीन को तो बचा लिया। मगर समर प्रताप सिंह व मोहन वर्मा गंगा में डूब गए। काफी प्रयास के बाद दोनों के शवों को बाहर निकाला जा सका। उतरौली निवासी विनय प्रताप सिंह ने बताया कि समर प्रताप सिंह उनका एकलौता पुत्र था, जो काफी होनहार था।
वह अपने दोस्तों के साथ पटना में कोचिंग की तैयारी कर रहा था।इसी तरह नौली निवासी अशोक वर्मा ने बताया कि मृतक मोहन उनका छोटा पुत्र था। वह पढ़ने में काफी तेज था। प्रतियोगी परिक्षाओं को लेकर वह पटना में गाँव के दोस्तों के यहां रहकर तैयारी करता था, जो गंगा स्नान करते समय डूब गया। इस संबंध में थानाध्यक्ष आलोक त्रिपाठी ने बताया कि कड़ी सुरक्षा के बीच दोनों शवों का दाह संस्कार करा दिया गया है।