वाराणसी से देवेश सिंह की रिपोर्ट..
वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में बारिश ने आफत ला दी है। अतिवृष्टि ने लोगों का घर से निकलना और सड़क पर चलना दूभर कर दिया है। बनारस की कई सड़कें मूसलाधार बरसात की वजह से पानी में समाई हुई हैं। इनमें से एक है भोजूबीर-चांदमारी की सड़क।
इलाके के लोगों का कहना है कि वाराणसी में विकास जरूर हुआ है, लेकिन अब भी जनता मूलभूत सुविधाओं से वंचित है। सड़क, पानी और बेहतर शिक्षा के लिए अब भी संघर्ष करना पड़ रहा है। मुहल्ले के लोगों की बातों पर यकीन करें तो पिछले दो महीने से रामेश्वर महादेव इंटर कालेज क्राइस्ट नगर के पास सड़क पर मामूली गड्ढ़ा नहीं, बल्कि तलाब का आकार ले चुकी सड़क जानलेवा हो गई थी। इस सड़क पर आए दिन साइकिल एवं बाइक सवार पानी में गिरते रहते थे। लेकिन प्रशासन के कान पर जूं तक नहीं रेेंगा। वाराणसी के कई इलाकों में सीएम का सड़क गड्ढ़ा मुक्त करने का फरमान हवा-हवाई साबित हो रहा है। पीडब्लूडी विभाग कई बार सड़कों को दुरूस्त करने का वादा तो किया, लेकिन अधिकारी चुप्पी साध लिए और समस्या जस की तस बनी हुई है।

अब पिछले दो दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश में उक्त सड़क पर जलजमाव इस कदर फैला है कि सड़क से गुजरना खतरे से खाली नहीं है। पहले से गड्ढ़े में तब्दील सड़क अब और खतरनाक हो गई है। इस मार्ग से स्कूल, कालेज और काचिंग जाने वाले छात्र/छात्राएंं अपनी हथेली पर लेकर गुजरते हैं। यहां हादसे का खतरा हर समय बना रहता है। इससे कुछ ही दूरी पर वाराणसी ट्रेड सेंटर की बिल्डिंग है। वर्ष २०१९ में प्रवासी भारतीय सम्मेलन के समय इस सड़क का चौड़ीकरण किया गया था। लेकिन अब इसकी सुधि लेने वाला कोई नहीं है। देखा जाए तो भोजूबीर-चांदमारी की सड़क वर्ष २०१९ में भदोही के बाहुबली विधायक विजय मिश्र के दामाद की कंपनी अष्टभुजा कंंस्ट्रक्शन ने लगभग १२ करोड़ की लागत से कराया ािा। लेकिन उसके बाद से इस सड़क की मरम्मत और निर्माण अब तक अधूरा है। अब दो दिनों से हो रही झमाझम बारिश ने इसे और नारकीय बना दिया है।