लखनऊ। मुजफ्फरनगर में रविवार को हुई किसान महापंचायल में देश के कोने-कोने से शामिल हुए किसान आंदोलनकारियों ने भारतीय जनता पार्टी की सरकार के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली और २७ को भारत बंद करने का एलान किया। उधर किसान महापंचायत को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह आंदोलन किसानों का नहीं, बल्कि उनके नाम पर बुलाए गए लोगों का हैं।
बता दें कि संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर मुजफ्फरनगर राजकीय इंटर कालेज के मैदान में आयोजित की गई किसान महापंचायत में यूपी समेत कई प्रांतों से किसान आंदोलनकारियों ने कृषि कानूनों के खिलाफ केंद्र एवं प्रदेश सरकार की नीतियों को गलत बताते हुए भाजपा सरकार के विरोध में आवाज उठाई एवं आंदोलन की चेतावनी दी। मोर्चा से जुड़े नेताओं ने न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर कानून लागू करने के साथ ही गन्ने का रेट ४५० रुपये प्रति क्विंटल करने को कहा। कृषि कानूनो के विरोध सहित किसनों की विभिन्न समस्याओं को लेकर २७ सितंबर को भारत बंद करने का एलान भी किया गया। वक्ताओं ने साफ किया कि संयुक्त किसान मोर्चा चुनाव नहीं लड़ेगा, बल्कि वोट की चोट से अपना हक लेगा। महापंचायत में केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की गई

भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने कहा कि २२ जनवरी से सरकार ने आंदोलनकारियों से बातचीत बंद कर दी थी, मगर किसान पीछे हटने वाले नहीं हैं। देशभर में संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में बड़ी बैठकें होंगी, यह देश बचाने का मिशन है। देश बचेगा तभी संविधान बचेगा। उन्होंने कहा कि तीनों कृषि कानून देश बेचने का हिस्सा हैं। लगातार देश की संस्थाओं और धरोहर को बेचा जा रहा है।