कच्चे-पक्के मकान व झोपड़ियों को खतरा, चौबीस घंटे बाद मौसम साफ होने के आसार..
नई दिल्ली/पटना। अरब सागर से निकले चक्रवाती तूफान “शाहीन” का कहर कई प्रांतों में टूट रहा है। मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक अभी 24 से 48 घंटे तक इसका असर यूपी के अलग-अलग हिस्सों में रहेगा। तूफान के कारण पूर्वांचल के विभिन्न जनपदों में कच्चे- पक्के मकान एवं रिहायशी झोपड़ियां एक-एक कर जमींदोज़ हो रही हैं। अभी खतरा टला नहीं है। इस तूफान का कहर जारी है। ऐसे में लोगों को पूरी सतर्कता और सजगता बरतने की जरूरत है। तेज हवा के कारण सड़कों पर पेड़ जड़ से उखड़ रहे हैं, वहीं आम आदमी का जीना दूभर हो गया है। पिछले 36 घंटे से अनवरत हो रही बारिश से चारों तरफ जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। टूटी सड़कें पोखरी और तालाब का रूप ले चुकीं हैं। यह स्थिति गाजीपुर-बलिया वाया बैरिया (माझी घाट) तक राष्ट्रीय राजमार्ग पर सैकड़ों जगह देखने को मिलेगी। अन्य सड़कों का भी यही हाल है। खेत बरसाती नदियों का रूप ले चुके हैं।
मौसम विज्ञान विभाग की माने तो अरब सागर में गहरा दबाव शुक्रवार की सुबह चक्रवाती ‘शाहीन’ में तब्दील हो गया। शाम तक इसके गंभीर चक्रवात के रूप में और तेज होने की संभावना है। हालांकि, यह भारतीय तट से दूर जा रहा है। मौसम विभाग ने कहा कि उत्तर-पूर्वी अरब सागर और पड़ोस के क्षेत्र से ‘शाहीन’ चक्रवात 20 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तरी अरब सागर के मध्यवर्ती क्षेत्र की ओर बढ़ गया। अगले 12 घंटों में इसके गंभीर चक्रवात में बदलने की संभावना है। अगले 36 घंटों में यह उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ जाएगा और पाकिस्तान के मकरान तट से टकराएगा। शाहीन चक्रवात गुलाब तूफान से उत्पन्न परिस्थितियों से बना है, जो 26 सितंबर को पूर्वी तट से टकराया था। मध्य भारत, तेलंगाना, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और गुजरात के कुछ हिस्सों को पार करने के बाद गुलाब की तीव्रता और कम हो गई थी। जैसे ही यह अरब सागर में दाखिल हुआ तो गहरा दबाव शुक्रवार की सुबह सघन होकर एक नए तूफान में बदल गया। यह एक असाधारण घटना है, जिसमें बंगाल की खाड़ी में उत्पन्न कोई तूफान देश के विभिन्न हिस्सों को पार कर पश्चिमी तट पर पहुंचा और फिर से एक तूफान में तब्दील हो गया। मौसम विभाग के मुताबिक चक्रवाती तूफान शाहीन के तेज होने के बाद 90 से लेकर 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की संभावना है। इसके अरब सागर में भारत के तटों से पाकिस्तान में मकरन के तटों की तरफ बढ़ने की आशंका है। मौसम विभाग के मुताबिक चक्रवाती तूफान ‘शाहीन’ के कारण सात राज्यों बिहार, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, गुजरात और उत्तर प्रदेश के आंशिक हिस्सों में में बहुत तेज बारिश होगी। मालूम हो कि चक्रवाती तूफान की शुरूआत 26 सितंबर को आंध्र प्रदेश और ओडिशा के तटीय क्षेत्रों में हुआ था। इसका विकास चक्रवात गुलाब के आने के बाद हुआ। गुजरात क्षेत्र, दमन, दीव, दादरा और नगर हवेली में अलग-अलग स्थानों पर चक्रवाती तूफान के कारण बहुत तेज बारिश होने की संभावना है। साथ ही उत्तरी कोंकण में अलग-अलग स्थानों पर भी बारिश हो सकती है।