पुलिस की देखरेख में महिला को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया
गाजीपुर। ‘जाको राखे साइयां मार सके न कोय’ यह पंक्ति मुहम्मदपुर गांव में सच साबित हुई है। दरअसल जनपद के मनिहारी विकास खंड में मुहम्मदपुर गांव निवासी चनवती देवी (50) पत्नी वकील यादव शनिवार की सुबह बेटे से मोबाइल फोन पर किसी बात को लेकर तूं- तूं मैं-मैं की फिर इसी बात से नाराज़ होकर वह घर से बाहर निकलीं, तो परिवार के लोगों ने पूछा आधार कार्ड से पैसा उतारने जा रही हूं। यह कह कर दोपहर घर से निकल गई और शाम को वीर अब्दुल हमीद सेतु गाजीपुर पहुंचकर गंगा में छलांग लगा दिया। इधर परिवार के लोग रिश्ते नाते में ढूंढते रहे, लेकिन कहीं पता नहीं चला तो सो गए।
रविवार को भोर में दो बजे उजियार गांव के पास रात्रि में नाव से मछली मार रहे नाविकों के नाव को वह हाथ से पकड़ने का प्रयास की। जिससे नाविक पहले डर गए। फिर उसके आवाज लगाने के बाद उसे नदी से बाहर निकाला। फिर एम्बुलेंस बुलाकर बलिया सदर अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। सूचना पर पहुंचे परिजन उसे लेकर किसी निजी हास्पिटल में भर्ती कराया, जहां उसका इलाज चल रहा है। परिजनों की मानें तो गाजीपुर के वीर अब्दुल हमीद सेतु से उजियार घाट की दूरी लगभग 50 किलोमीटर है। महिला घंटों गंगा नदी की धारा में बहने के बाद जीवित वहां पहुंची और उसे बाहर निकाला गया।